मीटर रीडिंग होते ही हाथों-हाथ मिलेगा बिजली बिल सांकेतिक चित्र
मध्य प्रदेश

Indore : मीटर रीडिंग होते ही हाथों-हाथ मिलेगा बिजली बिल

इंदौर, मध्यप्रदेश : सभी 15 जिला मुख्यालयों पर मिलेंगे पेपरलेस बिजली बिल। हाथोंहाथ मोबाइल पर पेमेंट लिंक के साथ मिलेगा ई-बिल। यदि मोबाइल नंबर नहीं दिया है तो वे मीटररीडर को या ऊर्जस एप पर दर्ज करें।

Nitranjan Singh Ranawat

इंदौर, मध्यप्रदेश। मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर सहित सभी 15 जिला मुख्यालयों पर अगले दो माह में पेपरलेस बिल व्यवस्था शुरू कर रही है। इसकी तैयारी सूचना प्रौद्योगिकी और वाणिज्य विभाग के साथ ही मैदानी अधिकारियों द्वारा की जा रही है। पेपरलेस बिल उपभोक्ताओं को रीडिंग के समय ही मोबाइल पर मिलेंगे। इन ई- बिलों में पेमेंट लिंक भी होगी, जिससे उपभोक्ता समय पर कैशलेस बिल जमा कर छूट का लाभ भी ले सकेंगे।

मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि अगले दो माह में इंदौर, उज्जैन, रतलाम, देवास, शाजापुर, आगर, धार, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, बुरहानपुर, झाबुआ, अलीराजपुर, मंदसौर, नीमच जिला मुख्यालयों पर पेपरलेस बिल प्रारंभ किए जाएंगे। मीटर रीडर घर, दुकान, कार्यालय या अन्य परिसरों पर पहुंचकर फोटो मीटर रीडिंग लेगा। इसके बाद एप से बिल जनरेट हो जाएगा, उसी समय संबंधित उपभोक्ता के मोबाइल पर बिल मिल जाएगा। इस पेपरलेस बिल में पेमेंट लिंक भी होगी, जिसकी मदद से कोई भी उपभोक्ता मौके पर ही बिल की राशि का भुगतान कर सकता है। घर बैठे केशलैस बिल भरने पर एलटी घरेलू उपभोक्ताओं को न्यूनतम 5 रुपए से लेकर अधिकतम बिल राशि की आधा फीसदी छूट प्रदान की जाएगी, जबकि गैर घरेलू उपभोक्ताओं को 5 से लेकर अधिकतम 20 रु. की प्रति बिल छूट मिलेगा।

वसूली केन्द्रों पर नकद भी जमा करा सकते हैं :

एमडी श्री तोमर ने बताया कि उपभोक्ता मोबाइल पर मिले पेपरलेस बिल को दिखाकर बिजली कंपनी के जोन, वितरण केंद्रों के भुगतान केंद्र पर राशि जमा करा सकता है। पुराने बिल या आईवीआरएस नंबर के आधार पर भी भुगतान केंद्र का कर्मचारी उपभोक्ता को मौजूदा बकाया राशि बताकर राशि आसानी से जमा करा लेगा। प्रबंध निदेशक ने बताया कि स्मार्ट मीटर से संबंधित उपभोक्ताओं को भी पेपरलेस बिल मिलेंगे। स्मार्ट मीटरों वाले वे उपभोक्ता जिनके बिजली खातों से मोबाइल नंबर लिंक नहीं है, वे ऊर्जस या मीटर रीडरों की मदद से अपने मोबाइल नंबर दर्ज करा सकते हैं।

15 जिलों में 14 लाख उपभोक्ता :

बिजली कंपनी के इंदौर सहित सभी 15 जिला मुख्यालय वाले शहरों में कुल 14 लाख उपभोक्ता है। इसमें से वर्तमान में 70 से 80 फीसदी के मोबाइल नंबर है। शेष के मोबाइल नंबर के लिए मीटर रीडर घर घर जाएंगे व नंबर जुटाएंगे। जिन उपभोक्ता के मोबाइल नंबर बदल गए है, वे रीडर को नया नंबर दे सकते है, या ऊर्जस एप पर नया नंबर स्वयं दर्ज करा सकते है।

पेपरलेस बिल के फायदे :

  • बिल भरने के लिए लाईन में लगने से छुटकारा मिलेगा।

  • छपे हुए बिल का दिनों से इंतजार नहीं करना पड़ेगा।

  • प्रति माह लाखों कागज बचेंगे, हरियाली संरक्षण को बढ़ावा।

  • पेपरलेस बिल के साथ ही केशलेस भुगतान से छूट पाने का मौका।

  • मोबाइल का बैंक, गैस टंकी के बाद बिजली बिल में अधिकतम उपयोग।

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