इंदौर। शहर के प्रत्येक जोन क्षेत्र में 2-2 सहित कुल 40 उमंग पार्क के निर्माण के संबंध में कार्य योजना पर भी चर्चा की गई। उमंग पार्क की अवधारणा समस्त आयुवर्ग के साथ ही विशेष तौर पर बच्चो, दिव्यांगजन व वरिष्ठजनो के लिये की गई, जिसमें पर्यावरण संरक्षण के तहत प्राकृतिक वातावरण में हरियाली क्षेत्र के विकास के साथ ही बचचे के लिये खेलने, पढने, सीखने, वृद्धो के लिये आराम करने, व्यायाम करने संबंधित गतिविधियों का संचालन किया जा सकेगा, जहां पर उनका बौद्धिक व शारीरिक विकास होगा, उमंग पार्क में प्राकृति संसाधन के माध्यम से सौर उर्जा के उपयोग के साथ ही उमंग पार्क में तरह-तरह के फुलो के पौधे लगाये जावेगे।
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट, उद्यान विभाग व जलप्रदाय-सीवरेज लाइन कार्यों की स्मार्ट सिटी आफिस में सोमवार को आयुक्त हर्षिका सिंह द्वारा समीक्षा बैठक ली गई। सर्वप्रथम उद्यान विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान शहर में कितने स्थानो पर अहिल्या वन का निर्माण किया जा रहा है, शहर मे कितने सिटी फारेस्ट है, उद्यानों के संधारण व संचालन किस प्रकार से किया जाता है, इस पर विस्तार से समीक्षा की गई। उद्यान विभाग की समीक्षा के दौरान विगत 5 वर्षो में शहर के ऐसे स्थान जहां से शहर विकास के क्रम मे पेड़ कटाई का कार्य किया गया था, ऐसे पेड़ कटाई के प्रतिपूर्ति करते हुए, आगामी 5 जून को पर्यावरण दिवस के अवसर पर वृहद स्तर पर नियत स्थान पर पौधारोपण करने पर भी चर्चा की गई।
इसके साथ ही शहर के वार्डो में स्थित उद्यान में एक स्थान ऐसा सुनिश्चित किया जाए, जहां पर क्षेत्रीय नागरिकगण शुभ अवसर पर जैसे जन्मदिन, वैवाहिक वर्षगांठ व अन्य शुभ अवसर के दौरान स्वंय पौधारोपण करे और उस पौधे का निगम के सहयोग से संधारण व देखभाल भी करे तथा उस पौधे पर संबंधित के नाम की नेम प्लेट भी रहे, इसके लिये क्षेत्र में एनजीओ के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के लिये नागरिको को जागरूक किया जाना भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये।
आयुक्त द्वारा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत विभिन्न विकास कार्यो की समीक्षा की गई, जिसमें गोपाल मंदिर, गांधी हॉल परिसर, मल्हाराव होल्कर छत्री, इमली बाजार चौराहे से मरीमाता चौराहा तक सडक निर्माण, साउथ तोडा रोड, बडा गणपति से एमजी रोड होते हुए, कृष्णपुरा छत्री तक, एमजी रोड स्थित कला संकुल भवन निर्माण, नेहरू पार्क, खजुरी बाजार स्थित मल्टीलेवल पार्किंग निर्माण कार्य, तथा अन्य स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की विस्तार से चर्चा करते हुए, शेष रहे कार्यो को शीघ्र पूर्ण करने के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। साथ ही चल रहे विकास कार्यों के पूर्ण होन की समय सीमा तय करने हेतु जो एजेंसी कार्य कर रही उसके साथ ही बैठक करने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत निर्माणधीन सडको के निर्माण कार्य की गुणवत्ता जांच करने के संबध में भी अधिकारियो को निर्देश दिए गए।
आयुक्त हर्षिका सिंह द्वारा शहर में जलप्रदाय लाइन व सीवरेज लाइन से संबंधित किये जा रहे कार्यों की समीक्षा के दौरान आगामी वर्षाकाल को दृष्टिगत रखते हुए, समस्त रेस्टोरेनशन के कार्य को शीघ्र पूर्ण करने के संबंध में निर्देश देते हुए, निर्माण कार्य मे संलग्न एजेंसी व ठेकेदार के साथ शीघ्र बैठक कर कार्यो की समीक्षा करने के संबंध मे भी निर्देश दिये गये। आयुक्त ने कहा कि वर्तमान में शहर के विभिन्न हिस्सो में निर्माण कार्य के दौरान खुदाई का कार्य किया जाता है, जो कि समय सीमा में पूर्ण करते हुए, कार्य होने के पश्चात उसका रेस्टोरेशन का कार्य किया जाना चाहिये, किंतु यह होता नहीं है।
इसके कारण नागरिको को परेशानी का सामना करना पड़ता है, इसके लिये आयुक्त द्वारा निर्माण कार्य में संलग्न इंजीनियर के माध्यम से पॉइन्ट 2 पॉइन्ट किए गए कार्यों की लगातार मॉनिटरिंग करते हुए, रेस्टोरेशन का कार्य एक एजेंसी द्वारा किया जा रहा होतो एजेंसी को कार्य शीघ्र पूर्ण करने के लिये अलग-अलग स्थानो पर मल्टीपल टीम के माध्यम से कार्य को पूर्ण कराने के निर्देश दिए गए।
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