मासूम को अगरबत्ती से दागा Social Media
मध्य प्रदेश

शहडोल में अंधविश्वासी परंपरा से बच्चे का इलाज- डेढ़ महीने के मासूम को अगरबत्ती से दागा

शहडोल, मध्य प्रदेश। प्रदेश के शहडोल जिले से हैरान करने वाली खबर सामने आई है यहां डेढ़ महीने के मासूम को अगरबत्ती से दागा गया।

Priyanka Yadav

हाइलाइट्स :

  • मध्यप्रदेश में अंधविश्वास अभी भी जारी है

  • अब शहडोल जिले से सामने आई हैरान करने वाली खबर

  • यहां डेढ़ महीने के मासूम को अगरबत्ती से दागा गया

शहडोल, मध्य प्रदेश। एमपी में अंधविश्वास अभी भी जारी है, ग्रामीण क्षेत्रों में फैली अंधविश्वास और खोखली कुप्रथाओं को दूर करने के लिए लोगों में जागरूकता जगाने के बाद भी कई मामले सामने आ रहे है। अब प्रदेश के शहडोल जिले से हैरान करने वाली खबर सामने आई है यहां डेढ़ महीने के मासूम को अगरबत्ती से दागा गया।

मासूम को 51 बार अगरबत्ती से दागा:

बता दें, मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में अंधविश्वास की दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, शहडोल में अंधविश्वासी परंपरा से डेढ़ महीने के मासूम का इलाज किया और मासूम को 51 बार अगरबत्ती से दागा गया, जिसके चलते उसके शरीर पर कई घाव हो गए।

बताया जा रहा है कि हरदी निवासी प्रेमलाल के डेढ़ माह के बेटे को निमोनिया और उसे सांस लेने में बहुत ज्यादा तकलीफ हो रही थी, बिगड़ती हालत बिगड़ी तो परिजनों ने नीम हकीम व ओझा का सहारा लिया, ऐसे में डेढ़ माह के एक मासूम को 51 बार अगरबत्ती से दागा गया ऐसे में उसके शरीर पर कई जगह घाव उभर आए। जिसके बाद बच्चे की हालत और बिगड़ी तो उसे अस्पताल ले जाया गया, बच्चे की हालत फिलहाल खतरे से बाहर बताई जा रही।

आपको बताते चलें कि, एमपी में ये पहला मामला नहीं है इससे पहले भी ऐसे मामले सामने आ चुके है, साल 2020 में छतरपुर जिले से एक ऐसा ही एक मामला सामने आया था यहां 6 माह के बच्ची को सर्दी-जुकाम होने पर नीम हकीम ने इलाज के नाम पर लोहे की गर्म सलाखों से दाग दिया वहीं जब बच्चे की हालत में सुधार नहीं हुआ तो उसे नजदीकी अस्पताल ले जाया गया था।

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