हाइलाइट्स :
अधिकारी बनकर जालसाज ने एक कर्मचारी को कॉल किया ।
प्रमोद को संदेह हुआ तो वह सीधे ऑफिस पहुंचे तो वहां उन्हें बॉस बैठे मिले।
फरियादी ने सायबर थाने जाकर शिकायत दर्ज कराई है।
भोपाल। जल संसाधन विभाग का अधिकारी बनकर जालसाज ने एक कर्मचारी को कॉल किया और उनसे रुपए बताए हुए मोबाइल नंबर पर तत्काल ट्रांसफर करने को कहा। जब रकम ट्रांसफर नहीं हुई तो जालसाज ने सुबह बैंक जाकर आरटीजीएस करने को कहा। सुबह कर्मचारी बैंक पहुंचा और बताए गए बैंक खाते में ढाई लाख रुपए आरटीजीएस से ट्रांसफर कर दिए। जब कथित बॉस ने डेढ़ लाख रुपए और आरटीजीएस करने को बोला तो कर्मचारी को संदेह हुआ। वह सीधे ऑफिस पहुंचा तो बॉस ने ट्रांजेक्शन कराने से मना कर दिया।
सायबर ठगी का अहसास होने पर फरियादी ने सायबर थाने जाकर शिकायत दर्ज कराई है। जानकारी के मुताबिक नया बसेरा कोटरा सुल्तानाबाद निवासी प्रमोद कुमार चौरसिया बांध सुरक्षा भवन मुख्य अभियंता, जल संसाधन विभाग में नौकरी करते हैं। विगत 24 सितंबर की रात एक नंबर से कॉल आया और बोला की मैं आपका साहब बोल रहा हूं। आप यूपीआई के माध्यम से मुझे कुछ पैसा ट्रांसफर कर दो। आपके क्रेडिट कार्ड में 40 हजार रुपए ट्रांसफर कर रहा हूं। पहले जालसाज ने 10 रुपए डाले लेकिन यूपीआई नहीं चला।
40 हजार रुपए भी खाते में नहीं आए। काफी कोशिश के बाद जब यूपीआई नहीं चला तो सुबह ट्रांसफर करने का बोला। अगले दिन 25 सितंबर की सुबह फिर कॉल आया कि आप दो चेक लेकर तुरंत बैंक पहुंचो और वाट्सएप पर भेजे गए बैंक खाते में ढाई लाख रुपए आरटीजीएस करो। मैं ढाई लाख रुपए लेकर आपके घर आ रहा हूं। प्रमोद ने ढाई लाख रुपए ऊषा रानी के खाते में आरटीजीएस कर दिए। जब वह घर पहुंचे तो दोबारा कॉल आया कि बैंक पहुंकर तुरंत डेढ़ लाख रुपए आरटीजीएस करो। कथित बॉस का कहना था कि आज तुम ऑफिस मत आना। मैं ऑफिस में नहीं हूं। जब प्रमोद को संदेह हुआ तो वह सीधे ऑफिस पहुंचे तो वहां उन्हें बॉस बैठे मिले। उन्होंने बॉस को सारी घटना बताई। उन्होंने रकम ट्रांसफर कराने से मना कर दिया।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।