ग्वालियर, मध्यप्रदेश। केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े और कोविड के हालातों पर अफसरों से चर्चा की है। उन्होंने कहा कि कोविड की तीसरी लहर की तीव्रता को देखते हुए सभी प्रबंध पुख्ता किए जाएं। जिले में प्रतिदिन 10 हजार कोरोना टेस्ट का लक्ष्य रखकर कार्य किया जाए। कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट जल्द से जल्द प्राप्त हो, इसका भी प्रबंध किया जाए।
बैठक में केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि कोविड अनुरूप व्यवहार लोग करें, इसके लिए जन-जागरुकता पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। जिला स्तरीय, ब्लॉक स्तरीय, ग्राम स्तरीय और वार्ड स्तरीय क्राइसेस मैनेजमेंट समिति के सदस्यों को सक्रिय होना पड़ेगा, तभी लोगों में जागरुकता बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि ब्लॉक स्तर पर क्राइसेस मैनेजमेंट समिति की बैठकें भी आयोजित की जाएं, जिसमें ऑनलाइन जनप्रतिनिधि भी शामिल हों।
बैठक में यह थे उपस्थित :
गूगल मीट के माध्यम से आयोजित समीक्षा बैठक में जिले के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह, क्षेत्रीय सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, बीज विकास निगम के अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल, संभागायुक्त आशीष सक्सेना, कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, पुलिस अधीक्षक अमित सांघी, नगर निगम आयुक्त किशोर कान्याल सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
संक्रमण की रोकथाम की व्यापक तैयारियां की हैं :
जिले के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट ने समीक्षा बैठक में कहा कि ग्वालियर में कोरोना के संक्रमण की रोकथाम के लिए सभी व्यापक तैयारियां की गई हैं। अधिक से अधिक टेस्ट हों, इसके लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। अस्पतालों में पलंग, दवाएं एवं ऑक्सीजन की व्यवस्था भी कर ली गई हैं। कोविड अनुरूप व्यवहार लोग करें, इसके लिए जन जागरुकता पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
इस तरह आए कुछ सुझाव :
कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम की जवाबदारी केवल प्रशासन और शासन की नहीं, इसमें जन-जन की भागीदारी नितांत आवश्यक है। मध्यप्रदेश में क्राइसेस मैनेजमेंट कमेटियों का गठन कर जन जागरुकता के लिए जो पहल की गई है, वह सराहनीय है। समितियों की नियमित बैठकें भी आयोजित की जाएं।ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर
शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ब्लॉक स्तर एवं ग्रामीण स्तर पर भी संक्रमण की रोकथाम के लिए निरंतर सार्थक प्रयास किए जाना चाहिए।खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह
जन जागरण के माध्यम से नागरिकों को इसके लिए तैयार किया जाना नितांत आवश्यक है। इस कार्य में जनप्रतिनिधियों की भागीदारी अति महत्वपूर्ण है।सांसद विवेक नारायण शेजवलकर
वार्ड स्तर पर क्लीनिक प्रारंभ किया जाना चाहिए, इससे जिला अस्पताल और जेएएच में लोगों को छोटी-छोटी समस्याओं के लिए न आना पड़े। उन्होंने यह भी कहा कि दीनदयालनगर में 30 बिस्तर का अस्पताल प्रारंभ हो गया है। अस्पताल में चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टॉफ की संख्या बढ़ाई जाना चाहिए।बीज विकास निगम के अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल
कोविड-19 की तीसरी लहर में संक्रमण की रोकथाम और प्रभावितों के उपचार के लिये सभी प्रबंध किए गए हैं। शासकीय, निजी अस्पतालों के साथ-साथ नर्सिंग कॉलेजों में भी पर्याप्त बैड की व्यवस्था की गई है।आशीष सक्सेना, संभागायुक्त
जिले में किए गए प्रबंधों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ग्वालियर जिले में वर्तमान में 4 हजार से अधिक कोविड के टेस्ट प्रतिदिन किए जा रहे हैं। इसके साथ ही रेलवे स्टेशन, बस स्टेण्ड के साथ ही निर्धारित केन्द्रों पर कोविड के टेस्ट कराए जा रहे हैं। 34 निजी चिकित्सकों ने स्वेच्छा से कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिये अपनी सेवाएं देने का कार्य प्रारंभ किया है।कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, कलेक्टर
यह लग सकते हैं प्रतिबंध :
जैसे बैठक में सुझाव आए हैं और सहमति बन रही है उसके मुताबिक जल्द नए प्रतिबंध लागू हो सकते हैं। जैसा बैठक में अभी तक सामने आया है उसके मुताबिक यह नए प्रतिबंध हो सकते हैं।
वीकेंड कर्फ्यू लग सकता है, मतलब शनिवार रात से सोमवार सुबह तक बाजार बंद रखे जा सकते हैं।
बाजारों को रात 8 बजे तक बंद कराने का फैसला लिया जा सकता है।
बाजारों में भीड़ को नियंत्रण करने लगातार अभियान चलाने और सख्ती से जुर्माना वसूला जा सकता है।
सार्वजनिक आयोजनों पर प्रतिबंध लग सकता है, धार्मिक व राजनीतिक जुलूस पर पाबंदी लग सकती है।
कोचिंग, स्कूल को लेकर नए प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं, 50 प्रतिशत क्षमता लागू की जा सकती है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।