ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने 2 अप्रैल को यूजी की परीक्षाओं के लिए सेंटर लिस्ट जारी की है। इस सेंटर लिस्ट में भ्रष्टाचार की बू आ रही है। क्योंकि, इस लिस्ट के अनुसार दो निजी महाविद्यालयों के सेंटर आपस में बना दिये हैं। वहीं अम्बा के पीजी कॉलेज को छोड़ पोरसा में परीक्षा केन्द्र बनाया है। इससे विद्यार्थियों को 15-20 किलोमीटर दूर परीक्षा देने जाना पड़ेगा। इसके अलावा शासकीय कॉलेज खाली होने के बाद निजी महाविद्यालयों को सेंटर बनाया गया है।
जीविवि प्रबंधन 5 अप्रैल से बीए, बीकॉम, बीएससी, बीएससी होम सांइस तृतीय वर्ष की परीक्षायें आयोजित कराने जा रहा है। इसके लिए रविवार को परीक्षा से जुड़े अधिकारियों ने परीक्षा केन्द्र (सेंटर लिस्ट) जारी की है। इस लिस्ट के अनुसार एएस डिग्री कॉलेज कैलारस, मुरैना के भवन का अधिग्रहण दिखा है। इसमें आचार्य नरेन्द्र देव कॉलेज, कैलारस, मुरैना और श्री बालाजी महाविद्यालय, गोपालपुरा मुरैना का परीक्षा केन्द्र बनाया गया है। वहीं दूसरी ओर आचार्य नरेन्द्र देव कॉलेज, कैलारस, मुरैना में ए एस डिग्री कॉलेज, कैलारस, मुरैना, और इन्द्रप्रस्थ कॉलेज,कैलारस मुरैना और सुभाष महाविद्यालय कैलारस को परीक्षा केन्द्र बनाया गया है। यानि निजी महाविद्यालयों को आपस में ही परीक्षा केन्द्र बना दिया है।
यह स्थिति सबलगढ़, मुरैना में शासकीय महाविद्यालय खाली होने के बाद है। ठीक इसी प्रकार अम्बा के सभी प्राईवेट कॉलेजों का परीक्षा केन्द्र शासकीय महाविद्यालय बनाने की जगह पोरसा भेज दिया है। इससे परीक्षार्थियों को करीब 15 से 20 किलोमीटर की दूर परीक्षा देने के लिए जाना पड़ेगा। इसी प्रकार शासकीय कॉलेज मिहौना में परीक्षा केन्द्र न बनाते हुए यहां के छात्रों को लहार भेज दिया है।
कॉलेज खाली और स्कूलों को बनाया सेंटर
सेंटर लिस्ट में कई जगहों के ऐसे स्कूलों का अधिग्रहण किया गया है। जहां शासकीय महाविद्यालय या निजी महाविद्यालय खाली हैं। उसके बाद भी स्कूलों को परीक्षा केन्द्र बनाया गया है।
पीजी परीक्षा में बनाया था होम सेंटर
जीवाजी विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने पीजी परीक्षाओं में भी गड़बड़ी की थी। उन्होंने पोरसा के एक महाविद्यालय को होम सेंटर बना दिया था। जिसकी खबर राज एक्सप्रेस अखबार ने प्रमुखता से प्रकाशित की थी। उसके बाद जेयू प्रबंधन ने आनन-फानन में आकर होम सेंटर हटा दिया था।
इनका कहना है
इंटर चेंज करके जो सेंटर बनाए हैं वह बिल्कुल गलत किया है। परीक्षाओं में इस प्रकार की धांधली बिल्कुल बर्दास्त नहीं की जायेगी। यदि इस सेंटर लिस्ट में बदलाव नहीं किया गया तो मैं यह मुद्दा कार्यपरिषद की बैठक में लेकर जाऊंगा और वहां कार्रवाई की मांग करूंगा।
डॉ.शिवेन्द्र राठौर, कार्यपरिषद सदस्य जीवाजी विश्वविद्यालय
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