ग्वालियर, मध्यप्रदेश। प्रदेश में महामारी कोरोना का प्रकोप जहां थमने का नाम नहीं ले रहा है वहीं दूसरी तरफ बढ़ते संक्रमण के बीच कई वर्गो की समस्याएं सामने आती जा रही हैं जिसमें पहले सरकारी शिक्षक अपने हक की सरकार की गुहार लगाते थे, वहां अब बेरोजगारी की मार झेल रहे निजी शिक्षकों की व्यथा सामने आई है। जहां उन्होंने कोचिंग संस्थान खोलने की सरकार से गुहार लगाई है।
निजी शिक्षकों ने दी चुनाव बहिष्कार करने की चेतावनी
इस संबंध में, निजी शिक्षकों का कहना है कि, अनलॉक 4 की नई गाइडलाइन के तहत स्कूल और कोचिंग संस्थान खोलने पर पाबंदी है जहां अगर सोशल डिस्टेंस और मास्क की अनिवार्यता के साथ बाजार खोले जा रहे हैं तो फिर कोचिंग संस्थान क्यों नहीं खोले जा रहे जिस पर तुरंत फैसला लिया जाए नहीं तो आने वाले चुनावों का बहिष्कार किया जाएगा।
पिछले 6 महीने से कोचिंग संस्थान हैं पूर्णतः बंद
इस संबंध में, कोरोना महामारी के चलते बीते 6 महीने से प्रदेश के समस्त कोचिंग संस्थान बंद हैं। जिसका असर यहां पढ़ाने वाले शिक्षक और छात्रों पर पड़ रहा है छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी नहीं कर पा रहा है तो वहीं शिक्षकों को आर्थिक मंदी की मार सहनी पड़ रही है। इसे लेकर ऑनलाइन क्लासेस भी ली जा रही हैं लेकिन छात्र संख्या औसत से कम रह गई है।
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