ग्वालियर,मध्यप्रदेश । प्रदेश में एक ऐसा संगठन सामने आया है। जिसके एक पद पर डबल पदाधिकारी हैं। जब किसी के खिलाफ ज्ञापन दिया जाता है तो एक पक्ष विरोध में आ जाता है तो उसी संगठन का दूसरा पक्ष उसके समर्थन में। लेकिन, अभी यह तक यह फैसला नहीं हो पाया है कि इस संगठन के सही पदाधिकारी कौन-कौन से हैं और कौन से नहींं। क्योंकि, एक ही संगठन के डबल पदाधिकारी अपने आप को सही ठहरा रहे हैं।
मध्यप्रदेश राज्य कर्मचारी संघ के चिकित्सा शिक्षा विभागीय समिति के प्रदेश अध्यक्ष मोहित शर्मा ने दावा करते हुए बताया कि मध्यप्रदेश राज्य कर्मचारी संघ पंजीयन क्रमांक 6909 हमारा संगठन हैं। हमारे प्रदेश अध्यक्ष विश्वजीत सिंह सिसोदिया, प्रदेश महामंत्री हेमंत श्रीवास्तव, ग्वालियर संभाग अध्यक्ष एमएल पटसारिया, ग्वालियर प्रभारी अशोक शर्मा दीपहेरा, जिला अध्यक्ष जगमोहन शर्मा, सचिव राजकुमार कौरव, चिकित्सा शिक्षा विभागीय अध्यक्ष मैं मोहित शर्मा हूं। अन्य लोग जो हमारे संगठन के नाम का उपयोग कर रहे हैं हम उनकी शिकायत कर चुके हैं।
वहीं मध्यप्रदेश राज्य कर्मचारी संघ पंजीयन क्रमांक 6909 संगठन के दूसरे गुट के प्रदेश अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह भदौरिया ने दावा करते हुए बताया कि कुछ लोग हमारे संगठन के नाम पर फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। इसकी शिकायत हम कर चुके हैं। हमारे संगठन के पदाधिकारियों में प्रदेश अध्यक्ष के पद पर मैं सुरेश सिंह भदौरिया, प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेश चंन्द्रा द्विवेदी, राजेन्द्र दुबे, राकेश श्रीवास्तव, प्रभा खरावे, प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र शर्मा, प्रदेश कोषाध्यक्ष केव्ही मेवाड़े, प्रदेश सह कोषाध्यक्ष राजेश दुबे, प्रदेश संगठन मंत्री राजेन्द्र श्रीवास्तव, प्रदेश संगठन मंत्री एसके शर्मा, प्रदेश मंत्री एमएल सोनी, प्रदेश मंत्री लता मंजेश्कर परमार, आरएस शुक्ला, केजी श्रीवास्तव, प्रदेश कार्यालय मंत्री लाल चंद गुप्ता, प्रदेश प्रचार मंत्री अश्विनी कुमार चौबे, प्रदेश कार्य कार्यरिणी सदस्य अवेधश मिश्रा, सरिता तिवारी, महेश बथनानी, राकेश सिंह और हेमलता सेंगर हैं।
कौन सही कैसे हो फैसला
एक ही संगठन के एक पद पर दो-दो पदाधिकारी होने से असमंजस्य की स्थिति बनी हुई है। अफसरों ने बताया कि इसी संगठन का एक पक्ष ज्ञापन देता है और दूसरा उसका समर्थन करता है। ऐसे में हम भी गफलत में रहते हैं कि आखिर इसमें कौन पदाधिकारी सही है कौन गलत। हम इसका फैसला कैसे करें।
जांच लंबित, एफआईआर भी हुई
मध्यप्रदेश राज्य कर्मचारी संघ का अपने आप को पदाधिकारी बताने वाले लोगों ने बताया कि जो लोग संगठन के नाम का नियमविरूद्ध तरीके से उपयोग कर रहे हैं। उसकी जांच लंबिम हैं, पूर्व में एफआईआर भी हो चुकी है। बस अब देरी है तो फैसला होने की।
डॉ.धाकड़ के खिलाफ हुए ज्ञापन के बाद उपजा विवाद
1 मार्च को संयुक्त मोर्चा के बैनर तले संभागायुक्त दीपक सिंह को ज्ञापन दिया गया था। इसमें राज्य कर्मचारी संघ की विभागीय अध्यक्ष नेहा कौल ने संयुक्त मोर्चा को अपना समर्थन दिया था। इधर, इसी संगठन के चिकिसा शिक्षा विभागीय समिति के प्रदेश अध्यक्ष मोहित शर्मा ने डॉ.धाकड़ के समर्थन में ज्ञापन दिया था। उसी के बाद से इस विवाद ने तूल ले लिया है।
इनका कहना है
मैंने जो आपको पदाधिकारियों की सूची दी है। वही मध्यप्रदेश राज्य कर्मचारी संघ पंजीयन क्रमांक 6909 के पदाधिकारी हैं। कुछ लोग हमारे संगठन के नाम का गलत तरीके से उपयोग कर रहे हैं। इसकी जांच चल रही है कुछ दिनों बाद स्पष्ट हो जाएगा कि कौन सही है कौन गलत।
सुरेन्द्र सिंह भदौरिया, प्रदेश अध्यक्ष मध्यप्रदेश राज्य कर्मचारी संघ
मध्यप्रदेश राज्य कर्मचारी संघ पंजीयन क्रमांक 6909 हमारा संगठन है। कुछ लोग इस नाम का नियमविरूद्ध तरीके से इस्तेमाल कर रहे हैं। इसकी शिकायत हम कर चुके हैं।
मोहित शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष, चिकित्सा शिक्षा विभागीय समिति मध्यप्रदेश राज्य कर्मचारी संघ
मुझे राज्य कर्मचारी संघ ने विभागीय अध्यक्ष का दायित्व सौंपा है। जिसे मैं बखूबी निभा रही हूं। जो लोग बोल रहे हैं कि हमारा संगठन गलत है तो वह इसकी जांच करा लें।
नेहा कौल, विभागीय अध्यक्ष, राज्य कर्मचारी संघ
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