ग्वालियर, मध्यप्रदेश। मौसम में हुए बदलाव से बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या दिनों दिन बढ़ती दिख रही है। मौसम में आए बदलाव का सबसे अधिक असर मासूमों में देखने को मिल रहा है। जुकाम-खांसी व वायरल से हर तीसरा मासूम जुकाम-खांसी व वायरल बुखार से पीड़ित मिल रहा हैं। अंचल के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल जेएएच की ओपीडी में हर तीसरे मरीज में तेज बुखार, जुकाम, खांसी के साथ पीलिया से पीड़ित मरीज सामने आ रहे हैं। इसके अलावा पेट के रोगियों की संख्या भी बढ़ गई है।
मौसम बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या जेएएच की ओपीडी में दो हजार से अधिक जा पहुंची है। ओपीडी में पहुंचने वाले पांच में से तीन मरीज वायरल, खांसी-जुकाम, उल्ट-दस्त के साथ ही पीलिया से पीड़ित होकर इलाज कराने को मजबूर है। बीते सात दिन में मरीजों की संख्या लगभग दोगुना हो गई है। इनकी स्क्रीनिंग कर 10 से 15 मरीजों की कोरोना वायरस की भी जांच कर रहे हैं, लेकिन वायरल इन्फेक्शन ही मिल रहा है। ओपीडी में इलाज के लिए पहुंच रहे मरीजों की कोरोना जांच कराई जा रही है। जांच में कोरोना नहीं बल्कि राहत की बात यह है कि जांच में वायरल इंफेक्शन मिल रहा है।
डॉक्टरों की सलाह :
बच्चों को साफ पानी पिलाएं।
डायरिया में बच्चों को उबला हुआ पानी देना ज्यादा फायदेमंद है।
बाहर का खाना, फास्ट फूड और पैक्ड फूड के इस्तेमाल से बचें।
साफ-सफाई का विशेष रूप से ध्यान रखें।
पेट दर्द की समस्या हो तो फौरन डॉक्टर की सलाह लें।
इनका कहना :
डायरिया व वायरल बुखार से पीड़ित बच्चों को लेकर लगातार बदल रहे मौसम में विशेष सावधानी बरतने की जरुरत है। बीमारी से बचाव के लिए साफ- सफाई और उचित खानपान का विशेष ध्यान रखें।डॉ. विनीत चतुर्वेदी, बाल रोग विशेषज्ञ
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