ग्वालियर । जलविहार में बुधवार को आयोजित हुई नगर निगम की अभियाचित बैठक हंगामे दार रही। वार्ड 52 से कांग्रेस की पार्षद संध्या सोनू कुशवाह ने चार दिन से वार्ड में पानी न आने पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। सभापति की समझाईश पर उन्होंने धरना खत्म किया। इसी दौरान डीजल आवंटन में भ्रष्टाचार के आरोप पर हंगामा हो गया। एमआईसी सदस्य अवधेश कौरव ने भाजपा पार्षदों को लेकर कहा कि उनकी मंशा ठीक नहीं लग रही। इसके जबाव में नेता प्रतिपक्ष हरीपाल ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आपको शर्म आनी चाहिए। सत्ता में होने के बावजूद आपके पार्षदों को धरना देना पड़ रहा है और आप हमारी मंशा गलत बता रहे हैं। इसी बीच वार्ड 21 के भाजपा पार्षद बृजेश श्रीवास धरने पर बैठ गए, जिन्हें समझा कर उठाया गया। समय होते देख सभापति मनोज तोमर ने परिषद की बैठक 19 मई तक के लिए स्थगित कर दी गई।
अभियाचित बैठक के 11 बिंदुओं में से तीन पर पिछली दो बैठकों में चर्चा हो चुकी थी। चौथा बिंदू नलकूप ऑपरेटरों व सफाई कर्मचारियों, कचरा गाड़ियों में ऑपरेटर एवं ड्रायवरों की नियुक्ति को लेकर था। महापौर डॉ. शोभा सतीश सिकरवार पैर की उंगली में फ्रेक्चर होने के कारण अनुपस्थित रहीं। साथ ही सभापति मनोज तोमर भी सदन में मौजूद नहीं हुए थे। उनकी अनुपस्थित में उप सभापति मंजू राजपूत आसंदी संभाली और चर्चा शुरू कराई। चर्चा के दौरान भाजपा पार्षद नागेन्द्र राणा ने गंभीर आरोप लगाए उन्होंने कहा कि 2019 में ठहराव पारित हुआ था जिसमें सभी वार्डों में 5-5 पंप ऑपरेटर दिए जाने थे। इस आदेश का पालन नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि 289 पंप ऑपरेटरों की नियुक्ति करने के आदेश हुए थे, लेकिन 306 को पदस्थ किया गया। 17 पंप ऑपरेटर किसके कहने पर बढ़े यह बताया जाए।
इसके साथ ही भाजपा पार्षद रेखा त्रिपाठी, संजय सिंघल, मोहित जाट, जितेद्र मुदगल, सरोज हैवरन कंसाना, अनिल सांखना, कांग्रेसी पार्षद गायत्री मंडेलिया, मनोज राजपूत एवं अर्पणा पाटिल ने पंप ऑपरेटर एवं सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने की मांग की। इसी बीच वार्ड 52 की कांग्रेसी पार्षद संध्या सोनू कुशवाह ने कहा कि मेरे वार्ड में 4 दिन से पानी नहीं आ रहा। वार्ड का अधिकतर एरिया ऊचाई पर है जहां टेंकर भी नहीं जा पाते। निगमायुक्त बताएं कि पानी कब मिलेगा, जब तक पानी नहीं मिलेगा मैं धरने पर बैठी रहूंगी। इसके बाद सभापति ने 5 मिनिट के लिए बैठक स्थगित कर दी। इस दौरान भाजपा एवं कांग्रेसी पार्षदों में बहस होती रही। पांच मिनिट बाद बैठक शुरू हुई। आश्वासन मिलने पर पार्षद धरने से उठ गई।
इसके बाद सभापति ने निगमायुक्त से जबाव मांगा। निगमायुक्त हर्ष सिंह ने कहा कि हम पंप ऑपरेटर एवं सफाई कर्मचारियों का भौतिक सत्यापन कराएंगे। इसके बाद जो आवश्यकता होगी उसके अनुरूप कार्य किया जायगा। वार्ड 52 में बुधवार शाम तक पेजयल सप्लाई बहाल होने की बात भी उन्होंने कही। इसके बाद बिंदू क्रमांक 5 में कार्यशाला एवं डीजल पेट्रोल डिपों में भ्रष्ष्टाचार को लेकर चर्चा हुई। पार्षद बृजेश श्रीवास डीजल आवंटन प्रभारी अतिबल सिंह को हटाने की मांग करते हुए धरने पर बैठ गए। नेता प्रतिपक्ष ने समझाकर उन्हें उठाया। सभापति मनोज तोमर ने 15 दिन में डीजल मामले की जांच करने के आदेश निगमायुक्त को दिए। चर्चा के दौरान 5.30 का समय हो चुका था इसलिए परिषद 19 मई दोपहर 3 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
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