GNM छात्र ढाबे पर बैठकर दे रहे थे प्रेक्टिकल परीक्षा RE-Gwalior
मध्य प्रदेश

GNM छात्र ढाबे पर बैठकर मोबाइल से दे रहे थे प्रेक्टिकल परीक्षा - एनएसओ जिलाध्यक्ष ने पकड़ा फर्जीवाड़ा

मध्यप्रदेश नर्सेस रजिस्ट्रेशन काउंसिल द्वारा 26 मई यानी शुक्रवार से 2 जून तक आयोजित जीएनएम प्रथम व द्वितीय वर्ष की प्रेक्टिकल परीक्षा के पहले दिन ही जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है।

Manish Sharma

ग्वालियर। नर्सिंग कॉलेजों की सीबीआई जांच होने के बाद भी फर्जीवाड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। इसमें जीएनएम के छात्र ढाबे पर बैठकर मोबाइल से प्रेक्टिकल परीक्षा दे रहे हैं। जब एनएसओ जिलाध्यक्ष ने इनसे सवाल-जवाब किये तो यह तितर-बितर हो गए और बिना कारण बताए वहां से भाग गए।

मध्यप्रदेश नर्सेस रजिस्ट्रेशन काउंसिल, भोपाल द्वारा जीएनएम प्रथम व द्वितीय वर्ष की परीक्षा 18 मई से 24 मई तक परीक्षा आयोजित कराई गईं। अब 26 मई यानी शुक्रवार से 2 जून तक प्रेक्टिकल परीक्षा आयोजित होनी हैं। प्रेक्टिकल परीक्षा के पहले दिन ही जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है। इसमें मुरैना बायपास एसएसडीएम हॉस्पिटल के पास बने एक ढाबे पर बैठकर जीएनएम प्रथम वर्ष व द्वितीय वर्ष के परीक्षार्थी मोबाइल से प्रेक्टिल परीक्षा दे रहे हैं।

यह वीडियो शुक्रवार दोपहर 2 बजे का है। इसे एनएसओ जिलाध्यक्ष उपेन्द्र गुर्जर ने बनाया है। वीडियो में उपेन्द्र ने जब इनसे सवाल-जवाब किये तो यह छात्र कॉपियां उठाकर भाग निकले। यहां बता दें कि जीएनएम के प्रेक्टिल इससे पहले जिला अस्पताल में हुआ करते थे। लेकिन, इस बार परीक्षा से लेकर प्रेक्टिल तक निजी केन्द्रों पर हुए। इसका छात्र नेताओं ने शुरूआत से ही विरोध किया था, लेकिन, उनका विरोध दरकिनार कर परीक्षा आयोजित कराई गई।

वीडियो बनाने वाले एनएसओ जिलाध्यक्ष की जुबानी-

ढाबे पर बैठकर मोबाल से प्रेक्टिकल लिखने वाले छात्रों का वीडियो बनाने वाले एनएसओ जिलाध्यक्ष उपेन्द्र गुर्जर ने बताया कि मुझे जानकारी लगी कि राजस्थान से कुछ लोग गाड़ियों से आए हैं और वह ग्वालियर स्टेशन पर छात्रों का इंतजार कर रहे हैं। यह जानकारी मिलते ही मैं स्टेशन पहुंचा। वहां राजस्थान की गाड़ी क्रेटा (ब्लैक कलर) की खड़ी हुई थी। जैसे ही ट्रेन से छात्र उतरे, उन्हें वह अपनी गाड़ियों में बिठाकर मुरैना की ओर चल पड़े। मैंने भी पीछा किया। गाड़ी मुरैना बायपास के पास एसएसडीएम हॉस्पिटल के पास बने एक ढाबे पर रूकी। गाड़ी में से छात्र प्र्रेक्टिल की कॉपियां लेकर उतरे और ढाबे पर बैठकर मोबाइल से नकल करने लगे और गाड़ियांं वहां से रवाना हो गईं। नकल करते छात्रों से मैंने सवाल-जवाब किये तो वह जवाब देने की जगह चले गए। 

शिक्षा माफियाओं के लिए ढाबे बने सुरक्षित स्थान

7 फरवरी को एनएचएम संविदा स्टाफ नर्स भर्ती परीक्षा पर्चा लीक की कहानी भी ढाबा से शुरू हुई थी। डबरा रोड स्थित टेकनपुर पर बने ढाबे से पुलिस ने पर्चा लीक कराने वाले गिरोह को पकड़ा था। ठीक इसी प्रकार सांठगांठ से जीएनएम के परीक्षार्थी ढाबे पर बैठकर शुक्रवार को नकल करते हुए मिले। इससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि शिक्षा माफियाओं ने ढाबों को नकल और परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने के लिए सुरक्षित स्थान माना है। 

हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई कर रही है जांच-

हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई नर्सिंग कॉलेजों की जांच कर रही है।  उसके बाद भी नर्सिंग कॉलेज संचालक फर्जीवाड़ा करने से बाज नहीं आ रहे हैं। वह अपने महाविद्यालयों के छात्रों का पास कराने के लिए पहले केन्द्रप्रभारियों से सांठगांठ कर रहे हैं और छात्रों को नकल कराने के लिए ढाबे तक छोड़कर आ रहे हैं।

इनका कहना है-

जीएनएम की प्रेक्टिकल परीक्षा शुक्रवार से शुरू हो गई है। परीक्षा केन्द्रों पर न होकर ढाबों पर हो रही है। इसका वीडियो भी मैंने बनाया है। संगठन मांग करता है कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए नहीं तो संगठन को उग्र प्रदर्शन करने पर बाध्य होना पड़ेगा। 

उपेन्द्र गुर्जर, जिलाध्यक्ष, नर्सिंग छात्र संगठन

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