हाइलाइट्स :
बरगी बांध के जल स्तर को नियंत्रित करने पांच जल द्वारों को खोला जायेगा।
निचले क्षेत्र में नर्मदा के जल स्तर में तीन से चार फुट वृद्धि हो सकती है।
रहवासियों से नर्मदा के घाटों एवं जलभराव के क्षेत्रों से सुरक्षित दूरी बनाये रखने का आग्रह।
भोपाल, मध्यप्रदेश। रानी अवंति बाई लोधी सागर परियोजना बरगी बांध के जल स्तर को नियंत्रित करने आज बुधवार 19 जुलाई की शाम 6 बजे इसके इक्कीस में से पांच जल द्वारों को औसतन 0.80 मीटर ऊंचाई तक खोला जायेगा और इनसे प्रति सेकेंड 530 घन मीटर पानी की निकासी की जायेगी । कार्यपालन यंत्री अजय सूरे ने बताया कि बरगी जलाशय का जल स्तर बुधवार 19 जुलाई की सुबह 418.45 मीटर रिकार्ड किया गया था। बांध के जलद्वारों से जल निकासी के कारण निचले क्षेत्र में नर्मदा के जल स्तर में तीन से चार फुट वृद्धि हो सकती है। उन्होंने तटवर्ती इलाकों के रहवासियों से नर्मदा के घाटों एवं जलभराव के क्षेत्रों से सुरक्षित दूरी बनाये रखने का आग्रह किया है।
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने मंगलवार को मंत्रालय में राज्य में अतिवर्षा, बांध सुरक्षा और बाढ़ की स्थिति के संबंध में समीक्षा बैठक की थी। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने अधिकारियो को निर्देश दिए थे की, राज्य और जिला स्तर पर बनाए गए कंट्रोल रूम 24 घंटे कार्यरत रहे और सभी जिले सतत संपर्क में रहे, सूचनाओं का त्वरित संप्रेषण किया जाए। जल भराव की स्थिति निर्मित होने पर बांधो के फाटक खोलने के पूर्व स्थानीय जिला प्रशासन को सूचित करे। प्रभावित जिलों के कलेक्टर और स्थानीय प्रशासन को इसके लिए पूर्व में ही सूचना दी जाए।
विभाग के अधिकारी बाढ़ की स्थिति का आकलन करे, बांधो और जलाशय में जल की आवक को देखते हुए अतिरिक्त जल भराव के साथ ही गेट खोलने की प्रक्रिया शुरू करे। मंत्री सिलावट ने निर्देश दिए की प्रमुख जलाशय और डैम के लिए वरिष्ठ अधिकारी तैनात करे, सभी अधिकारियो की जिम्मेदारी तय की जाए ऐसे निर्देश मंत्री ने दिए थे।
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