भोपाल, मध्यप्रदेश। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि उपचुनाव के बाद हमारी सरकार बनती है तो अतिथि शिक्षकों को पहली कैबिनेट बैठक में नियमित किया जाएगा। उन्होंने इस बात का भी भरोसा दिया है कि अतिथि शिक्षक प्रदेश में अपने काम के प्रति आशा बनाए रखें।
पूर्व मुख्यमंत्री उपचुनाव से पहले दिया आश्वासन
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि वचन में जिन जिन कर्मचारियों की मांगों को रखा गया था। उनका समाधान करने के लिए हमारी सरकार ने आयोग का गठन किया था। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आथिति शिक्षकों के प्रदेश स्तरीय प्रतिनिधि मंडल को बुलाकर अपने आवास पर चर्चा की। अतिथि शिक्षक संघ की प्रदेश अध्यक्ष अनीता हरचंदानी के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री ने अतिथि शिक्षकों से कांग्रेस की सरकार के दौरान वचन अनुसार नियमित न किये जाने पर माफी भी मांगी। उन्होंने कहा कि अब अगर सरकार बनती है तो प्रथम कैबिनेट बैठक में अतिथि शिक्षकों को नियमित किया जाएगा।
आशा बनाए रखें अतिथि शिक्षक - पूर्व मुख्यमंत्री नाथ
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि अतिथि शिक्षक आशा बनाए रखें। निकट भविष्य में उनके साथ सब अच्छा होगा। अतिथि शिक्षकों का प्रतिनिधि मंडल कमर्चारी नेता जगदीश शास्त्री के नेतृत्व में कमल नाथ से मिला था। चर्चा में अजयपाल सिंह, बी एम खान, सुनील परिहार, जगदीश दांगी, राजा भैया, नीतू सिंह राजावत सहित 13 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल मौजूद था।
कार्यालयों में नहीं हो रहा नियम के अनुसार कार्य
कोरोना जैसी महामारी के बीच प्रदेश के सरकारी कार्यालयों में नियम के अनुसार कार्य नहीं हो रहा है। प्रोफेशनल एग्जाम बोर्ड, जल संसाधन, सेडमैप, लोक निर्माण सहित अनेक ऐसे विभाग और परियोजनाओं के कार्यालय हैं जहां कर्मचारियों का कहना है कि अधिकारी नियम के अनुसार ड्यूटी नहीं करवा रहे हैं। नियम यही है कि बढ़ती बीमारी को देखते हुए 50% उपस्थिति सरकारी कार्यालयों में रखी जाए। इसके बावजूद कई विभागों में अधिकारी इस नियम का पालन तोड़ते हुए अधिक संख्या में कर्मचारियों को बुला रहे हैं। कर्मचारियों का कहना है कि इससे बीमारी का खतरा बढ़ने का अंदेशा है।
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