सागर, मध्यप्रदेश। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में शनिवार को जमकर हंगामा हुआ। यहां पर एक मरीज की मौत हो जाने के बाद मरीज के गुस्साए परिजनों ने मेडीकल स्टोर पर मौजूद मेडीकल स्टाफ के साथ बदतमीजी कर दी। मेडीकल स्टाफ के साथ की गई बदतमीजी की घटना सामने आने के बाद बीएमसी के मेडीकल स्टाफ, नर्सिंग स्टाफ और चिकित्सकों ने जमकर हंगामा किया। वहीं मरीज के परिजनों का आरोप है कि उनके साथ बीएमसी के चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ ने मारपीट की है।
मामला पुलिस तक पहुंचने के बाद आरोपी को भी पुलिस ने पकड़ लिया। इसके बाद भी बीएमसी के स्टाफ का हंगामा और धरना प्रदर्शन जारी रहा। कोविड काल में जिम्मेदारों के द्वारा किये गये इस धरना प्रदर्शन को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। जानकारी के अनुसार शुक्रवार को एक्सीडेंट के बाद एक मरीज को इलाज के लिये बीएमसी में भर्ती किया गया था। इस मरीज की इलाज के दौरान शनिवार की दोपहर मौत हो गई। इस दौरान मरीज के परिजन और मेडिकल स्टाफ के बीच विवाद हो गया जिसके बाद दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई। मरीज के पुत्र को मारपीट में गंभीर चोटें आई हैं। मेडिकल स्टाफ ने मारपीट के विरोध में काम बंद कर दिया और धरने पर बैठ गए वहीं मृतक के घर की महिलाओं ने मेडिकल स्टाफ पर मारपीट का आरोप लगाया पुलिस मृतक के बेटे को गिरफ्तार कर गोपालगंज थाने ले गई। जहां उस पर मामला दर्ज किया गया।
गौरतलब है कि 10 वीं बटालियन मकरोनिया निवासी अजय अहिरवार 48 वर्ष को सड़क हादसे में चोट आने के बाद मेडिकल कॉलेज के वार्ड नंबर 22 में शुक्रवार को भर्ती कराया गया था। जहां शनिवार को दोपहर उसकी हालत बिगडऩे लगी मरीज की हालत बिगड़ती देख तीमारदारी में लगे उसके बेटे अभिषेक अहिरवार ने वार्ड में मौजूद नर्स को शीघ्र ट्रीटमेंट देने के लिए कहा तो वह भड़क गई। नर्स ने अभिषेक से कुछ ऐसा कहा कि वह आक्रोशित हो गया और उसने मेडिकल स्टोर में मौजूद स्टाफ पर हाथ उठा दिया बस इसके बाद वहां मौजूद आधा दर्जन से अधिक मेडिकल स्टाफ ने अभिषेक पर हमला कर दिया। हमले में अभिषेक को गंभीर चोटें आई। अभिषेक वहां से भाग गया तब तक वार्ड में भर्ती अजय की मौत हो गई। अजय के साथ आए उसकी पत्नी बहू व अन्य महिलाओं के साथ मेडिकल स्टाफ ने मारपीट कर दी।
इसके बाद समस्त स्टाफ मारपीट के विरोध में लामबंद हो गया और मेडिकल कॉलेज के मुख्य गेट पर धरने पर बैठ गया सूचना पाकर गोपालगंज थाना पुलिस भी मेडिकल कॉलेज पहुंच गई। कुछ देर बाद मेडिकल कॉलेज की ओपीडी के मुख्य गेट पर डीन डॉ आरएस वर्मा अधीक्षक एसके पिप्पल उप अधीक्षक एसपी सिंह भी पहुंच गए। मृतक के बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं आरोपी की शिकायत करने के लिए पुलिस के साथ मेडिकल स्टाफ की मेल फीमेल नर्स गोपालगंज थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। मृतक के मौत की जांच के लिए उसकी बॉडी को पीएम के लिए मर्चुरी में रखवा दिया गया है वहीं मृतक का बेटा पुलिस हिरासत में होने के कारण मर्चुरी से शाम तक उसकी बॉडी को नहीं ले जा सका। मर्चुरी के बाहर मृतक के घर की मार खाई हुई महिलाएं रोती बिलखती हुई अस्पताल के बाहर बैठी रही।
आरोपी के पकड़े जाने के बाद भी हंगामा
बीएमसी के मेडीकल स्टाफ, नर्सिंग स्टाफ और चिकित्सकों ने मृतक के आरोपी बेटे के पुलिस द्वारा पकड़े जाने के बाद भी अपना हंगामा जारी रखा। और जमकर नारे लगाये। चिकित्सा स्टाफ के द्वारा किये जा रहे इस शक्ति प्रदर्शन को लेकर कई तरह की चर्चाएं चलती रही। वहीं मृतक मरीज के परिजन रोते बिलखते रहे और अपने साथ की गई मारपीट की दास्तान सुनाते रहे लेकिन उनकी बातों पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। वहीं इस हंगामें के चलते मृतक का शव भी मर्चुरी में रखा रहा और उसका अंतिम संस्कार नहीं हो सका। देर शाम तक पुलिस इस मामले में जांच पड़ताल कर रही थी।
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