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मध्य प्रदेश

नकली एसडीएम ने सरकारी नौकरी, पट्टा दिलाने के नाम पर 40 लाख ठगे,क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार

आरोपी-मुकेश सिंह राजपूत निवासी जिला होशंगाबाद के द्वारा फरयादी हिमांशु की रिकॉर्डिंग स्टूडियो पर संपर्क कर स्वयं को एसडीएम बताया और कहा कि विभाग में मेरी बहुत पहचान है।

Nitranjan Singh Ranawat

इंदौर। क्राइम ब्रांच की टीम ने नकली एसडीएम बनकर लोगों से सरकारी नौकरी, पट्टा या प्लाट दिलाने और अन्य सरकारी काम कराने के एवज में लाखों की ठगी करने वाले बदमाश को गिरफ्तार किया है। आरोपी खुद को सस्पेंड अधिकारी बता रहा था।

क्राइम ब्रांच एसीपी गुरुप्रसाद पाराशर के अनुसार फरियादी हिमांशु ने आरोपी मुकेश सिंह राजपूत के विरुद्ध नौकरी दिलाने एवं शासकीय जमीन का पट्टा दिलाने के नाम पर 4,80,000 /-रू  लेकर धोखाधड़ी करने की शिकायत की थी। इसकी जांच में में पता चला कि आरोपी-मुकेश सिंह राजपूत  निवासी  जिला होशंगाबाद के द्वारा फरयादी हिमांशु की रिकॉर्डिंग स्टूडियो पर संपर्क कर स्वयं को एसडीएम बताया और कहा कि विभाग में मेरी बहुत पहचान है, मैने कई लोगो को सरकारी नौकरी लगवाई है। इस प्रकार झूठे विश्वास में लेकर कहा कि 10 पद नायब तहसीलदार के आए है, मैं 02 लाख रुपए में नौकरी लगवा दूंगा। इस पर फरियादी हिमांशु द्वारा भरोसा करके अपनी मौसी के लड़के शशांक की नौकरी लगाने के लिए कहा। आरोपी ने फरियादी से विजयनगर क्षेत्र के शीतल नगर स्थित रूम  पर 2 लाख रुपए, फोटो, मार्कशीट व डॉक्यूमेंट लिए और कहा कि नायब तहसीलदार की ट्रेनिंग भोपाल में होगी। तुम तैयार रहो, नौकरी लग जाएगी। इसके कुछ समय बाद फिर मुकेश ने फरियादी कि मौसी की  जॉब लगाने के नाम पर 50 हजार रुपए ले लिए। वहीं कनाडिया रोड स्थित 4 एकड़ शासकीय पट्टे की जमीन दिलाने के नाम पर भी 80 हजार रुपए लिए और कहा कि जल्द ही पजेशन दिलवा दूंगा। जब फरियादी ने उससे भाई के जॉब की जानकारी ली, तो उसने नकली नियुक्ति पत्र और ट्रेनिंग प्रोग्राम दिखाते दिखा दिया। वहीं गुमराह करते हुए स्कीम नंबर 154 में फरियादी को प्लॉट दिलाने के नाम पर 1,50,000/- रू और प्राप्त कर कुल 4,80,000/- रुपए आरोपी ने धोखाधड़ी पूर्वक प्राप्त कर लिए। काम नहीं होने पर फरियादी के द्वारा पैसे लौटाने को कहा तो आरोपी ने धमकी दी की पुलिस को शिकायत की तो तुम्हे झूठे केस में फंसवा दूंगा और बात करना बंद कर दी। 

सीहोर में भी दर्ज है प्रकरण

आरोपी के द्वारा स्वयं को एमडीएम बताकर बोला कि उसने साथी कर्मचारी को थप्पड़ मार दिया था, जिसके कारण फिलहाल वह सस्पेंड चल रहा है। उसने शासकीय विभाग में पहचान जैसे झूठ बोलकर 4 अन्य आवेदकों से शासकीय जॉब लगवाने एवं जमीन सस्ते में दिलाने के नाम से करीब 40 लाख रुपए की धोखाधड़ी की गई। आरोपी के द्वारा पहले भी स्वयं को भोपाल में पदस्थ एसडीएम बताकर सीहोर के दोराहा में पदस्थ नायब तहसीलदार को जमीन नामंतरण करने के लिए दबाव बनाने एवं ट्रांसफर करने की धमकी देने पर आरोपी मुकेश के विरुद्ध धोखाधडी सहित विभिन्न धाराओं में अपराध पहले भी पंजीबद्ध है। फिलहाल पुलिस ने विभिन्न धाराओं में प्रकरण पंजीबद्ध कर मुकेश को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया है। उससे अन्य लोगों के साथ की गई ठगी के संबंध में पूछताछ की जा रही है। 

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