सिंगरौली, मध्यप्रदेश। बिजली कम्पनी के अधिकारियों व कर्मचारियों ने निजीकरण के खिलाफ एकजुटता का ऐलान किया है। इसके तहत जिला मुख्यालय सहित अन्य स्थान पर बिजली अधिकारी व कर्मचारी मंगलवार को सरकारी कार्य का बहिष्कार करेंगे और अपने फोन भी बंद रखेंगे। इस पूर्व घोषित आंदोलन के चलते जिले में भी बिजली कर्मचारी मंगलवार को कोई शिकायत नहीं सुनेंगे। इस प्रकार मंगलवार का दिन बिजली कम्पनी और उपभोक्ताओं के लिए ब्लैक डे रहने वाला है।
राज्य में बिजली कम्पनियों के निजीकरण का मध्यप्रदेश यूनाइटेड फोरम फार पावर एम्प्लाइज व इंजीनियर की ओर से लगातार विरोध जारी है। इसी क्रम में जिले में भी बिजली अधिकारी व कर्मचारी मंगलवार को एक दिन के कार्य का बहिष्कार करेंगे। इसकी तैयारी के लिए सोमवार को जिले के बिजली अधिकारी व कर्मचारी कार्यालय परिसर में एकत्र हुए और आंदोलन सम्बंधी पोस्टर लेकर एकजुटता का प्रदर्शन किया।
इससे पहले अधिकारियों व कर्मचारियों ने सरकार की ओर से राज्य में बिजली कम्पनियों के निजीकरण की प्रक्रिया लगातार जारी रखे जाने पर रोष जताया तथा इसे कर्मचारियों व अधिकारियों के साथ साथ उपभोक्ता हितों के भी खिलाफ ठहराया। इसमें कहा गया कि निजीकरण से बिजली क्षेत्र में सम्बंधित कम्पनियों की मनमानी बढ़ेगी और उपभोक्ताओं को शोषण का शिकार होना पड़ेगा। इसी प्रकार बिजली कम्पनियों में सेवा दे रहे सभी श्रेणी के कर्मचारियों व अधिकारियों के हितों को आघात लगेगा। इसी कारण बिजली अधिकारी व कर्मचारी निजीकरण के खिलाफ लगातार आंदोलनरत हैं।
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