भोपाल, मध्यप्रदेश। जहां मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए कई प्रयास कर रहे है, वही इन दिनों कोरोना वैक्सीन, कोरोना वेरिएंट और लॉकडाउन को लेकर फेक न्यूज सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल की जा रही है, इस मामले को लेकर मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के डीआईजी इरशाद वली ने बयान दिया है।
डीआईजी इरशाद वली का बयान
राजधानी भोपाल के डीआईजी इरशाद वली ने बयान देते हुए कहा हैं कि कोरोना वायरस से जुड़ी कोई भी खबर सोशल मीडिया पर न चलाई जाए और ना ही किसी भी तरह की अफवाह फैलाई जाए, वैक्सीन, लॉकडाउन और कोरोना वेरियंट के बारे में गलत जानकारी सोशल मीडिया पर डालने वालो के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे
भोपाल के डीआईजी इरशाद वली ने कहा
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के डीआईजी इरशाद वली ने कहा कि अब ऐसे कथाकथित लोगों की मॉनिटरिंग तेज़ की जाएगी वही वायरल मैसेजस की जांच होगी, इसमें ग्रुप और पेज एडमिन भी ज़िम्मेदार होंगे। साथ ही व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, फेसबुक, ट्वीटर समेत सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पुलिस की पैनी नज़र है।
कोई भी बिना जांच किये मैसेज न करें फॉरवर्ड जिससे पैनिक स्थिति बढ़े - DIG
बताते चले कि कुछ लोग बिना तथ्यों के कोरोना महामारी से संबंधित जानकारी वायरल कर देते हैं, भोपाल के डीआईजी इरशाद वली ने बयान देते हुए कहा जब तक किसी भी खबर की पुष्टि ना हो उसको सोशल मीडिया पर ना डालें, कोई भी बिना जांच किये मैसेज न करें फॉरवर्ड जिससे पैनिक स्थिति बढ़े।
3 जुलाई को ही भोपाल में लॉकडाउन लागू वाला मैसेज काफी वायरल हुआ था, इस खबर के तहत कहा जा रहा था कि, 'मध्य प्रदेश की राजधानी 'भोपाल ज़िले में रविवार 18 जुलाई से 8 दिन का लॉक डाउन लगेगा, जिसको लेकर कलेक्टर अविनाश लवानिया ने धारा 144 में आदेश जारी किए थे। नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर पढ़े पूरी खबर- भोपाल में लॉकडाउन लागू वाला मैसेज निकला फेक, कलेक्टर ने किया खंडन
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