ग्वालियर, मध्य प्रदेश। इन दिनों देशभर में डेंगू का कहर जारी है। रोजाना डेंगू से संक्रमित मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है। हाल ही में खबर आई है कि, मध्यप्रदेश के ग्वालियर (Gwalior) जिले में अब तक 175 बच्चे डेंगू की चपेट में आ चुके है। डॉक्टरों का कहना है कि, बच्चों की त्वचा मुलायम होने के कारण डेंगू का मच्छर आसानी से उन्हें अपना शिकार बना लेता है। ऐसे में जरुरी है कि बच्चों की मच्छरों से सुरक्षा करें।
मिली जानकारी के अनुसार, ग्वालियर में डेंगू की चपेट में अब तक 175 बच्चे आ चुके हैं। जिसके बाद यहां हड़कंप मच गया है। डाक्टर घर में बच्चों को मच्छर से सुरक्षित रखने के लिए घरेलू उपाय करने का सुझाव दे रहे हैं। जिससे डेंगू के डंक से बच्चों व बुजुर्गों को बचाया जा सके। देखा जा रहा है कि, छोटी उम्र के बच्चों को डेंगू आसानी से शिकार बना रहा है।
बीते दिन शनिवार को डेंगू की चपेट में 23 लोग आए, जिसमें 12 बच्चे शामिल हैं। इन बच्चों की उम्र 5 महीने से लेकर 17 साल बताई गई है। देखा जा रहा है कि, छोटी उम्र के बच्चों को डेंगू आसानी से शिकार बना रहा है। जिले में अबतक 130 बच्चे डेंगू की चपेट में आ चुका है।
डा. विनोद दौनेरिया का कहना:
डा. विनोद दौनेरिया का डेंगू के मामलों के बारे कहना है कि, "बच्चों की त्वचा मुलायम होने के कारण डेंगू का मच्छर आसानी से उन्हें अपना शिकार बना लेता है। ऐसे में जरुरी है कि बच्चों की मच्छरों से सुरक्षा करें। बच्चों को पूरी आस्तीन के कपड़े पहनाकर रखें और घर में कहीं भी पानी जमा न होने दें तथा घर में मच्छरों से बचाव के उपाय करें।"
डेंगू के लक्षण:
वहीं, अगर डेंगू के लक्षण के बारे में बात करे, तो डेंगू बुखार के लक्षण संक्रमित मच्छर के काटने के चार से सात दिनों के भीतर नजर आ सकते हैं।
अचानक तेज बुखार।
सिर में आगे की और तेज दर्द।
आंखों के पीछे दर्द और आंखों के हिलने से दर्द।
मांसपेशियों (बदन) व जोडों में दर्द।
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