रतलाम, मध्यप्रदेश। केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस हाइवे और चंबल एक्सप्रेस वे मध्यप्रदेश के ग्रोथ इंजन बनेंगे। दोनों हाइवेज से मध्यप्रदेश के विकास की नई रफ्तार मिलेगी। इनसे रोजगार के बहुत सारे नए अवसर सृजित होंगे। श्री गडकरी ने रतलाम के जावरा में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस के निर्माण कार्यों की प्रगति के अवलोकन के दौरान यह बात कही। इस दौरान श्री गडकरी ने एक्सप्रेस वे पर गाड़ी चलवाकर निर्माण की गुणवत्ता भी जांची। रतलाम जिले में जावरा के पास ग्राम निमन में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे विकास का महामार्ग बनेगा। इससे रोजगार के अवसर बनेंगे, जिससे मध्यप्रदेश, राजस्थान और गुजरात सहित अन्य प्रदेशों के पिछड़े इलाकों में संपन्नता आएगी।
केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री गडकरी निर्धारित समय से करीब एक घंटा देरी से पहुंचे। एक्सप्रेस वे का निरीक्षण करने के बाद कार्यक्रम स्थल पर उन्होंने प्रदेश में बनने वाले 245 किलो मीटर लम्बे एक्सप्रेस वे का डेमो देखा। श्री गडकरी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस वे दुनिया का सबसे लंबा हाईवे है। इसकी लंबाई करीब 1350 किमी है। विशेषता ये है कि इससे दिल्ली से मुम्बई की यात्रा मात्रा 12 घंटे में पूरी हो सकेगी। ये हाइवे विशेषकर मध्यप्रदेश और कुछ राज्यो में आर्थिक रूप से पिछड़े क्षेत्रों से गुजर रहा है। इससे युवाओं को रोजगार के अनेक अवसर प्राप्त होंगे। यहां के हैंडलूम, हेंडीक्राफ्ट, लोक कला, किसानी, बागवानी को भी बहुत बड़ा बाजार मिलेगा। पहले $फै•ा में ये 8 लेन का है। बाद में 12 लेन का बनेगा।
उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस वे के लिए किसानों को भूमि का डेढ़ गुना अच्छा मुआवजा दिया है। मध्यप्रदेश में 245 किमी में से 106 किमी हाइवे बन चुका है। इसका निर्माण अच्छा हुआ है। श्री गडकरी ने केंद्र की भावी योजनाओ पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस वे को मालवा से कनेक्टिविटी देने के लिए 143 किलोमीटर का 4 लेन मार्ग भी बनाया जाएगा, जो इंदौर, देवास, उज्जैन, आगर और गरोठ तक जाएगा।
श्री गडकरी ने रतलाम को बड़ी सौगात देने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि रतलाम दिल्ली, मुम्बई का मेंन सेन्टर है। एक्सप्रेस वे से लगी भूमि पर मध्यप्रदेश सरकार के सहयोग से बड़ा लॉगिस्टिक हब और इंडस्ट्रियल डिवेलपमेन्ट की कोशिश की जाएगी। उन्होंने कहा कि रतलाम को इससे निश्चित ही बहुत आर्थिक लाभ का अवसर मिलते रहेंगे। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे बनने से रतलाम और झाबुआ बहुत संपन्न और समृद्ध बनेगा और यहां के गांव, गरीब, मजदूर और किसानों का कल्याण होगा और विकास को नई गति मिलेगी।
श्री गडकरी ने कहा कि दूसरा एक्सप्रेस वे अटल एक्सप्रेस वे है, जो मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के पिछड़े इलाकों से होकर गुजरेगा। इससे इन क्षेत्रों के विकास के लिए नई गति मिलेगी। करीब साढ़े 8 हजार करोड़ के इस एक्सप्रेस को भारत माला में शामिल कर लिया गया है। 403 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस वे का 313 किलोमीटर का मार्ग मध्यप्रदेश में पड़ेगा। इस एक्सप्रेस में लॉजिस्टिक पार्क, औद्योगिक केंद्र, कृषि उत्पादन केंद्र, खाद्य प्रसंस्करण केंद्र, शिक्षा केंद्र और मनोरंजन केंद्र भी प्रस्तावित हैं।
उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस वे से प्रदेश के अन्य नगरों को जोडऩे के लिए फोरलेन बनाए जायेंगे। एक्सप्रेस वे पर 670 हेक्टेयर क्षेत्र में जनसुविधा केंद्र बनेंगे। एक्सप्रेस वे का पूरा कार्य मार्च 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा।
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