हंगामे और विरोध के बीच निगम ने अवैध कालोनी में की रिमूवल कार्रवाई Raj Express
मध्य प्रदेश

इंदौर : हंगामे और विरोध के बीच निगम ने अवैध कालोनी में की रिमूवल कार्रवाई

राजरानी नगर भूमि खसरा नंबर 208 पीपलियाराओ पर अवैध कालोनी का विकास किया जा रहा था, जिस पर रिमूव्हल कार्यवाही की गई। यहां बड़े प्लाट पर अवैध रूप से की गई तार फैंसिंग हटाई गई और बाउंड्रीवाल तोड़ी गई।

Author : राज एक्सप्रेस

हाइलाइट्स :

  • महिलाओं ने की धक्का-मुक्की, जेसीबी के सामने आ गईं.

  • महिलाओं से निपटने के लिए महिला सफाई मित्र और महिला पुलिस ने संभाला मोर्चा।

  • पीपल्याराव में कृषि भूमि पर कालोनी काट कर बेचे जा रहे थे प्लाट।

इंदौर, मध्यप्रदेश। नगर निगम द्वारा जोन 13 के अंतर्गत रीजनल पार्क चौराहा के समीप स्थित पवनपुत्र नगर के आगे राजरानी नगर भूमि खसरा नंबर 208 पीपलियाराओ पर अवैध कालोनी का विकास किया जा रहा था, जिस पर रिमूव्हल कार्यवाही की गई। यहां बड़े प्लाट पर अवैध रूप से की गई तार फैंसिंग हटाई गई और बाउंड्रीवाल तोड़ी गई। इस दौरान वहां सैकड़ों की संख्या में लोग इकठ्ठा हो गए और जमकर विरोध करने लगे। नगर निगम की कार्रवाई की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में महिलाएं विरोध में उतर आईं और इनका साथ पूर्व पार्षद भी दे रहे थे। महिलाओं ने कार्रवाई के विरोध में खूब हंगामा किया और बुलडोजर के सामने आ गईं। विरोध बढ़ता देख पहले नगर निगम ने महिला सफाई मित्रों को आगे किया, फिर भी विरोध नहीं थमा तो अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर बुलाया गया और फिर कार्रवाई को अंजाम दिया गया।

विरोध कर रहे पुरुषों को भेजा थाने :

नगर निगम की टीम मंगलवार सुबह जब इस कार्रवाई को अंजाम देने के लिए पहुंची तो वहां पर इस टीम को घेर लिया गया। इस टीम और कार्रवाई को रोकने के लिए जिन लोगों ने मोर्चा संभाला था, उसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी थी। इन महिलाओं को नियंत्रित करने का काम निगम की रिमूवल गैंग की महिला कर्मी कर रही थीं, लेकिन वे बहुत कमजोर साबित हो रही थीं। ऐसे में विरोध करने वाली महिलाओं से निपटने के लिए निगम के अधिकारियों ने करीब 50 महिला सफाई कर्मियों को मौके पर बुलवा लिया। इन महिला सफाईकर्मियों ने तत्काल निगम की छ्वष्टक्च के आसपास घेराबंदी कर विरोध करने वाली महिलाओं से निपटने के लिए मोर्चा संभाल लिया। यह पहला मौका है जब निगम के द्वारा किसी विरोध प्रदर्शन से निपटने के लिए अपनी महिला सफाई कर्मियों को लगाया गया है। कार्रवाई से पहले कुछ पुरुष कह रहे थे कि हमारे खेत की जमीन है। फसल लगी है, कालोनाइजर ने प्लाट काटे हैं। तार फैंसिंग नहीं निकालने देंगे। हम सात भाई हैं और जमीन में सभी का हिस्सा है। निगम अधिकारियों ने उन्हें समझाया कि न तो कालोनाइजर के पास टाउंट एंड कंट्री प्लानिंग से अनुमति है, न नगर निगम की। विरोधियों के पक्ष में पूर्व पार्षद दिलीप सुरागे भी पहुंचे और कार्रवाई नहीं करने को कहने लगे। कुछ देर बाद पुरुषों के साथ महिलाएं भी विरोध करने लगी। कुछ महिलाएं बुलडोजर के सामने लेट गईं। बाद में पुलिस अधिकारियों ने यह कहते हुए कुछ पुरुषों को पकड़कर थाने भिजवा दिया कि जमीन पर कहीं भी फसल नहीं लगी है। प्रशासन के तेवर सख्त होते देख घंटेभर बाद विरोध करने वाले भी पीछे हट गए। महिलाओं को निगम के महिला दस्ते ने भगाया।

75 से 80 प्लाटों पर की गई थी फेंसिंग :

नगर निगम के मुताबिक यहां पर प्लॉटो को विभाजन कर फेसिंग की गई थी तथा मौके पर चुने की लाइन डालकर प्लाटो तथा सडक निर्माण का कार्य किया गया तथा सीमेंट से बनी प्रीकास्ट स्लेब से निर्मित बाउंडीवॉल का निर्माण किया गया था यहां पर 75 से 80 प्लॉटो का विभाजन कर फेंसिंग कर कवर किया गया था, इस भूमि पर कालोनी विकास की अनुमति टी एंड सी से ले आउट की स्वीकृति तथा डायवर्शन भी नहीं करवाया गया था तथा कृषि भूमि के प्लेटो को विक्रय किये जा रहे थे। कार्यवाही के दौरान महिलाओ और क्षेत्रीय रहवासियो से विवाद की स्थिति बनी, विरोध को देखते हुए भारी पुलिस बल और नगर निगम की अतिरिक्त टीम बुलवाई गइ। बाद में राजेन्द्र नगर थाने के अतिरिक्त बल और महिला पुलिस की मददर से उक्त कार्यवाही की गई। भूमि स्वामी कैलाश, रमेश पिता किशनलाल हार्डिया, राजबहादुर रघुवंशी द्वारा अवैध कालोनी के विकास करने की बार-बार शिकायते प्राप्त होने पर अवैध कालोनाईजर के विरूद्ध कार्यवाही की गई। इसके पूर्व भी झोन 13 में खण्डवा रोड बायपास पर अवैध कालोनी के विकास को रोकने की कार्यवाही विगत दिनो की गई थी, इस प्रकार अवैध कालोनी के विकास को रोकने हेतु नगर निगम इंदौर द्वारा लगातार कार्यवाही की जाकर अवैध कालोनीनाईजर पर कार्यवाही की जा रही है।

साढ़े तीन घंटे तक चली कार्रवाई :

नगर निगम रिमूव्हल गैंग तथा जेसीबी द्वारा प्लाट विभाजन तथा सड़क निर्माण के अवैध कार्य को रोका जाकर सीमेंट के पोल की फेसिंग को हटाया गया तथा सड़क निर्माण के कार्य को जेसीबी से गढडे कर बंद कराया गया व सीमेंट के पैनल से बनाई बाउण्डीवॉल को भी ध्वस्त किया गया। कार्यवाही के दौरान अपर आयुक्त श्री देवेन्द्र सिंह, उपायुक्त श्रीमती लता अग्रवाल, नगर शिल्पज्ञ श्री विष्णु खरे, भवन निरीक्षक दीपक गार्गेटे, रिमूव्हल अधिकारी बबलु कल्याणे, सहायक नीलेश पंडिया, रवि वानखेडे, व रिमूव्हल विभाग की टीम उपस्थित थी। अपर आयुक्त देवेंद्रसिंह के अलावा अतिरिक्त पुलिस बल बुलवाना पड़ा। फैंसिंग, खंभों और बाउंड्रीवाल तोडऩे के साथ निर्माणाधीन सड़क का काम रुकवाया गया और सड़कों को खोद दिया गया। सुबह 8.30 बजे तोडफ़ोड़ की कार्रवाई शुरू हुई, जो सुबह 11 बजे खत्म हो सकी।

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