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मध्य प्रदेश

जिस व्यक्ति ने कांग्रेस भवन बनाकर खड़ा किया उसी को भूल गए कांग्रेसी , जयंती पर नहीं हुआ कोई कार्यक्रम

Gwalior Congress: भवन वर्ष 2003 में बनकर तैयार हो गया था ओर उस भवन में करीब 60 दुकाने है जिनसे किराया कांग्रेस को मिलता है।

Pradeep Tomar

ग्वालियर। कांग्रेस के अंदर चेहरा देखकर काम करने की प्रवृत्ति पनपती जा रही है ओर इसके कारण पुराने कांग्रेसियो को भुलाया जा रहा है। यही कारण है कि जिस व्यक्ति ने कांग्रेस भवन को बनाकर खड़ा किया उसी को कांग्रेस भूल गई। 30 मार्च का शहर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष स्व. रघुनाथ राव पापरीकर की जंयती थी, लेकिन कांग्रेस कार्यालय पर उनको श्रृद्धासुमन अर्पित करने के लिए शहर कांग्रेस ने कोई कार्यक्रम करना उचित नहीं समझा।

यहां बता दे कि जब डॉ. रघुनाथराव पापरीकर शहर कांग्रेस के अध्यक्ष हुआ करते थे उस समय कांग्रेस के पास कोई भवन नहीं था। इसके चलते पापरीकर ने मेहनत कर कांग्रेस दफ्तर के लिए जगह तलाशी ओर उसे लेने का काम किया ओर उसके बाद आर्थिक व्यवस्था कांग्रेस नेताओ ने चंदा कर पूर्ति की जिसके बाद भवन बनाया गया। उक्त भवन वर्ष 2003 में बनकर तैयार हो गया था ओर उस भवन में करीब 60 दुकाने है जिनसे किराया कांग्रेस को मिलता है। अब जिस व्यक्ति ने कांग्रेस नेताओ को बैठने के लिए भवन बनाकर तैयार कराया ओर आर्थिक व्यवस्था के लिए दुकानो से किराएं की व्यवस्था की उसी व्यक्ति को अब कांग्रेसी भूल गए है। 30 मार्च रामनवनी के दिन पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. रघुनाथराव पापरीकर की जंयती थी उस दिन शहर कांग्रेस कार्यालय में श्रृद्धासुमन अर्पित करना भी शहर कांग्रेस ने उचित नहीं समझा जिससे समझा जा सकता है कि कांग्रेस किस दिशा में जा रही है। 

जिसके बनाएं भवन में बैठे उसी से दूरी

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष स्व. रघुनाथराव पापरीकर स्वतंत्रता सैनानी थे ओर चिकित्सक के रूप में भी अपनी पहचान शहर में बनाई थी। वह जब कांग्रेस के शहर अध्यक्ष हुआ करते थे तो सभी कांग्रेसियो को साथ लेकर चलते थे ओर उन्होंने कांग्रेस के लोगों को बैठने के लिए एक स्थान खोजने का काम करने के लिए काफी मेहनत की ओर उनकी मेहनत का ही नतीजा है कि आज शहर कांग्रेस का मुख्य बाजार के बीच में आलीशाल कार्यालय बना हुआ है। इस कार्यालय को बनाते समय पापरीकर ने इस बात का ध्यान रखा था कि कांग्रेस कार्यालय का खर्चा कैसे चलेगा तो उसके लिए उन्होने नीचे की दो मंजिलो पर दुकाने बनाने का काम किया था ओर वह संख्या 60 के करीब है। उन दुकानो से किराया भी मिलता है। अब शहर कांग्रेस के नेताओ को बैठने व कार्यालय का खर्चा चलाने की व्यवस्था करने वाले व्यक्ति को ही शहर कांग्रेस नजरअंदाज कर रही है।

कई अध्यक्ष की जंयती मनाते रहे दफ्तर में

कांग्रेस दफ्तर में कई अध्यक्षो की जंयती व पुण्यतिथि मनाई जाती रही है। इसमें से दर्शन सिंह की पुण्यतिथि भी कुछ माह पहले बड़े स्तर पर मनाई गई थी, लेकिन स्वतंत्रता सैनानी व कांग्रेस दफ्तर को बनाने वाले पापरीकर को आखिर शहर कांग्रेस अध्यक्ष क्यों भुला रही है इसको लेकर कांग्रेस के अंदर ही कई तरह की चर्चाएं हो रही है ओर यह भी कहा जा रहा है कि कांग्रेस के अंदर अब चेहरे देखकर काम किया जा रहा है ओर इससे कांग्रेस के पुराने कार्यकर्ता दूर होते जा रहे है। पापरीकर ऐसे व्यक्ति थे जिनकी पुण्यतिथि व जंयती पर दूसरे दल के लोग भी पुष्पांजलि करने से नहीं चूकते, लेकिन शहर कांग्रेस उनसे दूरी  बनाएं रखने में ही अपना फायदा देख रही है।    

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