शहडोल, मध्य प्रदेश। संभाग में कोरोना महामारी से जूझ रहा है, दूसरी तरफ इस वर्ष शिक्षा के मंदिर पर भी जैसे ताले जड़े हुए हैं, जिस कारण विद्यार्थी घर में रहकर ही अपनी पढ़ाई जैसे-तैसे कर रहे हैं, शासन ने इस वर्ष विद्यालय सहित कोचिंग संस्थान खोलने के लिए अभी तक कोई आदेश जारी नहीं किये हैं, लेकिन संभागीय मुख्यालय में चोरी छुपे कोचिंग संस्थान चलाए जा रहे हैं।
कोरोना वायरस महामारी के कारण प्रदेश सरकार ने आगामी आदेश तक स्कूल और कोचिंग संस्थानों को बंद करने के आदेश दिए हैं। इसके बाद भी नगर में नियमों को ताक पर रखकर कोचिंग सेंटर चलाए जा रहे हैं। कोचिंग सेंटर में सुरक्षित शारीरिक दूरी का पालन नहीं किया जा रहा है। नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। कोचिंग सेंटर पर छात्र बगैर मास्क के पढ़ने जा रहे हैं एवं एक साथ दर्जनों की संख्या में एक ही स्थान पर एकत्रित होते हैं।
चोरी छुपे कोचिंग का संचालन :
प्रदेश शासन ने आगामी आदेश तक स्कूल और कोचिंग संस्थानों को बंद करने के आदेश जारी किए है। कोचिंग सेंटर में एकत्रित हो रहे छात्रों से कोरोना संक्रमण फैलने का बड़ा खतरा बना हुआ है। वैसे ही जिले में सैकड़ों लोगों की पॉजिटिव रिपोर्ट आने से खलबली मची हुई है। इसके बाद भी कुछ शिक्षकों के द्वारा चोरी छुपे कोचिंग सेंटर चलाए जा रहे हैं।
यहां हो रहा संचालन :
नगर के सिंहपुर रोड स्थित अवस्थी कोचिंग सेंटर के संचालक द्वारा खुलेआम दर्जनों बच्चों को कई क्लासों में कोचिंग कराई जा रही है, यहां न तो सेनिटाइजर का उपयोग होता है और न ही सोशल डिस्टेंस, मॉस्क जैसे उपायों को अपनाया जाता है, गुरूवार को जब उक्त सेंटर के संचालक से चर्चा की गई तो, उसने बताया कि अकेले मैं ही नहीं शहर में दर्जनों सेंटर चल रहे हैं, सेंटर संचालक श्री अवस्थी ने बताया कि नगर में वन मण्डल कालोनी के पीछे शैलेष तिवारी, रामलाल मिश्रा पुरानी बस्ती, डीडी कार्मस कोचिंग सेंटर, व्ही मेगा मार्ट के पास लवकुश पटेल, मधुसुदन त्रिपाठी मदहा टोला सिंहपुर के आगे चटहा, सतीश मिश्रा दारू भट्टी के पास सिंहपुर रोड, अनंत निगम चिंटू डेयरी के पीछे, टाईम्स कोचिंग घरौला मोहल्ला में संचालित हैं।
न संचालक को डर, न पालकों को चिंता :
कोरोना के खौफ से पूरी दुनिया डरी हुई है, लोगों को कोरोना ने झकझोर कर रख दिया है, लोग बाहर निकलने से हर संभव बचने का प्रयास कर रहे हैं। बाजार, भीड़ वाले स्थानों में भी नहीं जा रहे हैं, लेकिन शहर के कोचिंग संस्थानों और प्रशासन को इसकी चिंता नहीं है। अब नगर के अन्य संस्थानों के संचालकों ने बिना अनुमित लिए कक्षाएं शुरू कर दी हैं, ऐसे लोग जो ट्यूशन पढ़ाते हैं, वे भी अपने विद्यार्थियों को घरों में बुलाकर पढ़ाई करा रहे हैं, ऐसी परिस्थिति कभी भी घातक साबित हो सकती है।
बिना पंजीयन कोचिंग सेंटर :
प्रशासन एक ओर जहां कोरोना को फैलने से रोकने के लिए मुस्तैद हैं। हर जगह कड़ी निगरानी की जा रही है, लेकिन कुछ अफसर बेपरवाह भी है। प्रशासन की टीम एक बार भी शहर में संचालित कोचिंग संस्थानों के निरीक्षण करने नहीं गई है, इसलिए वे बेखौफ पढ़ा रहे हैं। शहर में आधा सैकड़ा से ज्यादा छोटे से बड़े कोचिंग सेंटर दबे पांव संचालित हो रहे हैं। नगर के कोचिंग संस्थान गैरकानूनी होने के बावजूद शासन के आदेशों का माखौल उड़ाकर कोचिंग शुरू कर दी गई है।
इनका कहना है :
उक्त स्थानों पर अधिकारियों को भेजकर जांच कराई जायेगी, यदि संचालन पाया गया तो, तत्काल आवश्यक कार्यवाही भी होगी।डॉ. सतेन्द्र सिंह, कलेक्टर, शहडोल
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