भोपाल, मध्य प्रदेश। मध्य प्रदेश के दमोह के गंगा जमुना स्कूल के मामले में आए दिन नए खुलासे हो रहे हैं। वहीं, सीएम शिवराज ने अब इस मामले में सख्त रुख अपनाया है। स्कूल में चल रहे धर्मांतरण के मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए है। साथ ही रिपोर्ट आने के बाद सख्त कार्रवाई की बात कही है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कही यह बात:
इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, "प्रदेश में कुछ जगह धर्मांतरण के कुचक्र चल रहे हैं, हम उनको कामयाब नहीं होने देंगे। पूरे प्रदेश में हमने जांच के भी निर्देश दिए हैं। दमोह की गंभीर घटना पर हमारे पास रिपोर्ट आ रही है। दो बेटियों ने भी बयान दिए हैं। उन्हें बाध्य किया गया है। यह बहुत गंभीर मामला है। हम एफआईआर कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि, "भोले-भाले मासूमों को पढ़ाई के नाम पर बुलाकर अगर इस ढंग का कृत्य किया जाता है तो यह हम किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे। ऐसे जिनके इरादे हैं वह कठोरतम दंड पाएंगे।"
गंगा जमुना स्कूल के 1200 बच्चों को किया जाएगा शिफ्ट:
जानकारी के लिए बता दें कि, मध्य प्रदेश के दमोह के गंगा जमुना स्कूल (Damoh Ganga Jamuna School Case) में धर्मांतरण का मामला सामने आने के बाद टेरर फंडिंग से लेकर पीएफआई कनेक्शन तक की बातें निकल कर सामने आ रही हैं। अब इस मामले में एमपी सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। हिजाब पर बवाल के बाद अब गंगा जमुना स्कूल के 1200 बच्चों का मध्य प्रदेश सरकार वैकल्पिक स्कूलों में दाखिला कराएगी। स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने यह जानकारी दी है।
शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार का कहना:
स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार का कहना है कि, स्कूल में जिस तरह की गतिविधियां चल रही थी, इस पर गृह मंत्री और मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दिये थे। एफआईआर के आदेश दिए जा रहे हैं, इसका मतलब स्कूल में गड़बड़ था, जो यूनिफॉर्म के मामले से भी आगे था।
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