भोपाल, मध्य प्रदेश। नशा एक सामाजिक बुराई है, जो समाज को खोखला कर रही है। ऐसे में मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने शराब की खपत को हतोत्साहित करने के लिए ऐतिहासिक फैसला लिया है और बीते दिन रविवार को मध्यप्रदेश कैबिनेट ने नई आबकारी नीति को मंजूरी दे दी है। दरअसल, अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश में इस बुराई का समूल नाश करने का संकल्प लिया है, उनके इस फैसले की वाहवाही हो रही है।
नई नीति में अहातों पर प्रतिबंध लगा :
इस दौरान आज सोमवार को CM शिवराज सिंह चौहान ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए यह ऐलान भी किया- नशा एक सामाजिक बुराई है इसलिए मैंने तय किया कि मध्यप्रदेश में कोई नई शराब की दुकान नहीं खोली जाएगी। हमने ऐसी आबकारी नीति लाने का प्रयास किया जो शराब पीने को हतोत्साहित करे। नई नीति में अहातों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। शैक्षणिक संस्थान के 100 मी. तक शराब की कोई दुकान नहीं होगी।
हमने फैसला किया है कि पहली बार शराब पीकर वाहन चलाते हुए पकड़े जाने पर 6 माह के लिए ड्राइविंग लाइसेंस कैंसल कर दिया जाएगा, दूसरी बार पकड़े जाने पर 2 वर्ष के लिए और तीसरी बार पकड़ाए जाने पर आजीवन वाहन चलाने पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। धार्मिक स्थलों के आसपास से शराब दुकान हटाई जाएगी।मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
मध्यप्रदेश नशामुक्त प्रदेश की ओर कदम बढ़ा रहा है :
दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कठोर शराब नीति के परिणामस्वरूप मध्यप्रदेश नशामुक्त प्रदेश की ओर कदम बढ़ा रहा है और शराब व्यवसायियों को हतोत्साहित करने के लिए निरंतर नीतियां बनाईं जा रहीं हैं।
नियमों का पालन न करने पर कठोर सजा का प्रावधान :
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नई शराब नीति बनाकर तय किया कि, शैक्षणिक और धार्मिक संस्थानों के 100 मीटर के क्षेत्र में कोई भी शराब की दुकान नहीं रहेगी। नियमों का पालन न करने पर कठोर सजा का प्रावधान भी है। मध्यप्रदेश में लंबे समय से नशा मुक्ति अभियान चला रहे हैं। जनभागीदारी से चल रहे इस जागरुकता अभियान का प्रतिफल भी है कि नशा करने वालों की संख्या कम हो रही है।
शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों के ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित करने एवं सजा के प्रावधान कड़े किए जाएंगे। CM शिवराज ने जब से प्रदेश में नशा मुक्ति अभियान प्रारंभ किया है, तब से ही पुलिस अवैध शराब और अन्य नशीली पदार्थ के स्थानों पर लगातार छापा मार रही है। शराब परिवार ही नहीं, समाज और देश को भी पीछे करता है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।