मध्यप्रदेश भारत का दिल, हम दिलवाले : शिवराज सिंह चौहान Raj Express
मध्य प्रदेश

मध्यप्रदेश भारत का दिल, हम दिलवाले : शिवराज सिंह चौहान

भोपाल, मध्यप्रदेश : उद्योग स्थापना की दृष्टि से मप्र की लोकेशन सबसे अच्छी है तथा हम प्रदेशवासी सबसे प्यार करते हैं। यहां जो भी आता है मप्र का होकर रह जाता है।

Author : राज एक्सप्रेस

हाइलाइट्स :

  • एमपी ईएसजी के पैमाने पर उतरता है खरा

  • सीएम ने होरोसिस इंडिया मीटिंग में वर्चुअल शामिल होते हुए कहा

भोपाल, मध्यप्रदेश। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने निवेशकों को मप्र में निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए कहा है कि मप्र भारत का दिल है और हम दिलवाले। उन्होंने कहा कि मप्र औद्योगिक विकास के ईएसजी यानी एनवायरमेंट, सोशल रिस्पांसबिलिटी एण्ड गवर्नेंस अर्थात पर्यावरण, सामाजिक जिम्मेदारी तथा सुशासन के पैमाने पर खरा उतरता है। यहां स्वच्छ पर्यावरण है, कार्पोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी के तहत अच्छा कार्य हो रहा है तथा सुशासन के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। उद्योग स्थापना की दृष्टि से मप्र की लोकेशन सबसे अच्छी है तथा हम प्रदेशवासी सबसे प्यार करते हैं। यहां जो भी आता है मप्र का होकर रह जाता है।

मुख्यमंत्री शनिवार को सीएम हाउस से वीसी के माध्यम से होरोसिस इंडिया मीटिंग 2021 (Horasis India Meeting 2021) के प्रधान सत्र में शामिल हुए। यह सत्र मप्र -भारत का उभरता हुआ आर्थिक शेर विषय पर आयोजित किया गया था। चौहान ने कहा कि मप्र में निवेश के लिए सभी सुविधाएं एवं अनुकूल वातावरण है। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में मप्र देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है। आइये मप्र में निवेश कीजिए, खुद भी लाभ कमाइये तथा मप्र के लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान कीजिए। यह मेरा आपसे आग्रह भी है और आह्वान भी है।

सीएम चौहान ने कहा कि मप्र शांति का टापू है। यहां उद्योगों के लिए अत्यंत अुनकूल वातावरण है। यहां खनिज, जल और वन सम्पदा के साथ ऊर्जा पर्याप्त मात्रा में है। इसके अलावा भरपूर जमीन, कुशल मानव संसाधन, औद्योगिक शांति, औद्योगिक क्षेत्र आदि हैं। हमारी निवेश नीति उद्योग फ्रेंडली है। हम निवेशकों की आवश्यकताओं का पूरा ध्यान रखते हैं तथा उन्हें उदारतापूर्वक पैकेज देते हैं। चौहान ने कहा कि मप्र कृषि क्षेत्र में भारत में नंबर वन है। यहां का बासमती चावल एवं शरबती गेहूं बेमिसाल है। उद्यानिकी एवं औषधीय फ सलों की ही प्रचुरता है। यहां फ ार्मास्युटिकल क्षेत्र में निवेश की भी बड़ी संभावना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मप्र में अपार खनिज संपदा है। यहां खनिज आधारित उद्योग अधिक से अधिक लगाए जाने चाहिए।

मप्र में सूरज साल में 200 दिन चमकता है :

मुख्यमंत्री ने कहा कि नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में मध्यप्रदेश में बहुत संभावनाएं हैं। यहां सूरज वर्ष में 200 दिन चमकता है। मप्र में ओंकारेश्वर में पहला फ्लोटिंग सौर ऊर्जा प्लांट लगाया जा रहा है। नीमच में 151 मेगावॉट के एशिया के सबसे बड़े सोलर प्लांट स्थापित होने के बाद रीवा में 750 मेगावॉट का सोलर प्लांट लगा है। चौहान ने कहा कि मप्र में टेक्सटाइल एवं गारमेंट क्षेत्र में बड़ी संभावनाएं हैं। प्रदेश में ऑटोमोबाइलस एवं आईटी क्षेत्र में भी बड़ी संभावनाएं हैं। 30 प्रतिशत फॉरेस्ट कवर है। यहां बांस आधारित उद्योग तथा फर्नीचर निर्माण की अच्छी संभावना है। यहां टॉय क्लस्टर भी विकसित किया जा रहा है।

सिंगापुर की तर्ज पर विकास :

मप्र में सिंगापुर की तर्ज पर कौशल विकास किया जा रहा है। सिंगापुर के सहयोग से यहां ग्लोबल स्किल पार्क बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब वे सिंगापुर गए तब उन्होंने वहां सेंटोजा आइलेंड देखा। उसकी तर्ज पर मध्यप्रदेश में हनुवंतिया विकसित किया गया है। चौहान ने कहा कि आत्म-निर्भर मप्र का रोडमैप तैयार है।

निवेशकों को मप्र से अधिक सुविधाएं कहीं नहीं :

अवाडा समूह के अध्यक्ष विनीत मित्तल ने कहा कि उद्योग स्थापित करने और चलाने के लिए निवेशकों को मप्र से ज्यादा सुविधाएं अन्य किसी राज्य में नहीं मिल रही हैं। वहीं सीआईआई पश्चिम क्षेत्र के अध्यक्ष तथा ब्लू स्टार लिमिटेड के प्रबंध संचालक बी.थियागराजन ने सत्र का संचालन किया। उन्होंने कहा कि मप्र का बासमती राइस एवं शरबती गेहूं दुनिया भर में प्रसिद्ध है। सबसे महत्वपूर्ण यह है कि मप्र सबसे प्यार करता है। सत्र के प्रारंभ में प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन संजय कुमार शुक्ला ने मप्र के औद्योगिक विकास, औद्योगिक परिदृश्य तथा निवेश नीति आदि के संबंध में पॉवर पाईंट प्रजेंटेशन दिया।

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