भोपाल, मध्यप्रदेश। मध्यप्रदेश में आज कोविड-19 टीकाकरण महाअभियान का दूसरा चरण का शुभारंभ होने से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संस्कृत सप्ताह वर्ष 2021 - 22 के समापन कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने संबोधन में हमारी संस्कृति और संस्कृत भाषाओं को लेकर यह बातें कहीं।
हमारी संस्कृति अत्यंत प्राचीन और महान है :
संस्कृत सप्ताह वर्ष 2021 - 22 के समापन कार्यक्रम को CM शिवराज सिंह चौहान द्वारा संबोधित किया गया। इस दौरान CM शिवराज सिंह चौहान ने बताया- संस्कृत सप्ताह वर्ष 2021-22 के समापन कार्यक्रम में वी.सी. के माध्यम से भाग लिया। हमारी संस्कृति अत्यंत प्राचीन और महान है। हमारी संस्कृति में संस्कृत भाषा का एक अलग महत्व है। सारे वेद और उपनिषद संस्कृत भाषा में लिखे गए हैं। संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है।
हमारे ऋषियों और मनीषियों ने हजारों साल पहले 'वसुधैव कुटुम्बकम' का मंत्र हमें दिया था। धरती के सभी मनुष्य एक परिवार के हैं। सभी जीवों को हमने अपना माना है। अगर बच्चे अच्छे से संस्कृत समझ पाए तो उनका जीवन धन्य हो जाएगा।मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
हम पश्चिम के प्रभाव के कारण अपनी संस्कृति को भूलते जा रहे :
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने संबोधन में संस्कृति को लेकर यह बात भी कहा कि, "मन में एक पीड़ा होती है कि हम पश्चिम के प्रभाव के कारण अपनी संस्कृति को भूलते जा रहे हैं। मैं महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान एवं संस्कृत भारती मध्यप्रदेश को धन्यवाद देता हूँ, जो संस्कृत भाषा को जन-जन तक पहुँचाने का प्रयास कर रहे हैं।"
MP के CM शिवराज सिंह चौहान ने आगे यह भी बताया- यह कार्यक्रम प्रत्येक वर्ष हो और शिक्षा के माध्यम से विद्यार्थियों को संस्कृत का ज्ञान हो, इसका प्रयास मध्यप्रदेश सरकार करेगी। मैं संस्कृत सप्ताह के आयोजन के लिए सभी को बधाई देता हूँ।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।