अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्रों का वितरण  Social Media
मध्य प्रदेश

आप सभी नव नियुक्त डॉक्टर्स मरीजों पर स्नेह और प्रेम की वर्षा करें, ताकि वो जल्दी स्वस्थ हो जाएं: मुख्यमंत्री

Priyanka Yadav

भोपाल, मध्य प्रदेश। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज द्वारा रवींद्र भवन सभागार, भोपाल में विभिन्न विभागों के चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्रों का वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम में सीएम ने रवींद्र भवन, भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के 925 चिकित्सा अधिकारियों एवं विभिन्न विभागों के चयनित अधिकारी-कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए एवं उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।

भोपाल में आयोजित कार्यक्रम

भोपाल में आयोजित कार्यक्रमभोपाल में विभिन्न विभागों के चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्रों का वितरण

आपके जीवन में भी आज नई शुरुआत हो रही है: CM

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि, मैं नवनियुक्त सभी अधिकारियों, कर्मचारियों को शुभकामनाएं देता हूं। आपके जीवन में आज एक नई शुरुआत हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि, आपके जीवन में भी आज नई शुरुआत हो रही है। आज एक साथ 925 डॉक्टर्स अपने-अपने अस्पतालों में यहाँ से प्रस्थान करेंगे। अपने आप में स्वास्थ्य की दृष्टि से यह अत्यंत क्रांतिकारी कदम है। हर एक विभाग का अपना महत्व है। अगर स्वास्थ्य विभाग की दृष्टि से देखें, तो कहा गया है... "पहला सुख निरोगी काया" शरीर स्वस्थ है, तो आप दुनिया में हर काम कर सकते हैं।

  • मनुष्य, पशु-पक्षियों तथा पेड़-पौधे; सभी में एक ही चेतना है।

  • जीवन अर्थपूर्ण होना चाहिए, अपने लिए जिये तो क्या जिये, तू जी ऐ दिल जमाने के लिए।

  • डॉक्टर जान बचाने वाला भगवान है, जनता डॉक्टर को भगवान के बाद दूसरा दर्जा देती है।

मुख्यमंत्री बोले- स्नेह , प्रेम और आत्मीयता का ऐसा रसायन होता है, जो आधी बीमारी को अपने आप ठीक कर देता है। इसलिए आप सभी नव नियुक्त डॉक्टर्स मरीजों पर स्नेह और प्रेम की वर्षा करें, ताकि वो जल्दी स्वस्थ हो जाएं। 'शरीरमाद्यं खलु धर्मसाधनम्' शरीर माध्यम है सभी धर्मों के पालन करने का। अगर शरीर स्वस्थ है तो आप दुनिया में हर काम कर सकते हैं। मध्यप्रदेश की प्रगति और विकास का आधार खेती है। प्रदेश में 2003-04 में अन्न का जो उत्पादन 159 लाख मीट्रिक टन था, वह अब बढ़कर 619 लाख मीट्रिक टन हो गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा- मैं सरकार नहीं, परिवार चलाता हूं और मेरा आप से यह वादा है... जनता की चिंता आप करो, आपकी चिंता मैं करूंगा। वर्ष 2003-04 में मध्यप्रदेश का बजट केवल 23 हजार करोड़ था। इसे 2012 में हमने 1 लाख करोड़ के पार पहुँचाया। वर्ष 2020-21 में 2 हजार करोड़ हमने क्रॉस किया और इस साल 3 लाख 14 हजार करोड़ का बजट हमने दिया। अपना भारत ही ये कहता है... "प्राणियों में सद्भावना हो और विश्व का कल्याण हो" भारत की बड़ी सोच है और यही सनातन सोच है, जिस पर कुछ लोग उंगलियां उठा रहे हैें।

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