जलियांवाला बाग नरसंहार के शहीदों को सीएम शिवराज ने किया कोटिशः नमन Social Media
मध्य प्रदेश

जलियांवाला बाग नरसंहार के शहीदों को सीएम शिवराज ने किया कोटिशः नमन

आज जलियांवाला बाग (Jallianwala Bagh) नरसंहार की 103वीं बरसी है। इस दर्दनाक घटना को याद कर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने ट्वीट कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी है।

Author : Sudha Choubey

भोपाल, मध्यप्रदेश। आज जलियांवाला बाग नरसंहार की 103वीं बरसी है। बता दें कि, आज ही के दिन अमृतसर के जलियांवाला बाग में जो कुछ भी हुआ था, उसे आज भी दुनिया के भयावह नरसंहारों में एक माना जाता है। इस दर्दनाक घटना को याद कर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने ट्वीट कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी है। सीएम शिवराज सिंह चौहान के अलावा कई नेताओं ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी है।

बता दें कि, आज के ही दिन 13 अप्रैल सन 1919 को पंजाब के अमृतसर के जलियांवाला बाग में एक अंग्रेज जनरल आर डायर अपने सिपाहियों के साथ वहां पहुंच गया और लोगों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलवा दी थीं। मिनटों में ही वो मैदान लाशों से भर गया था। उस कांड में कई परिवार खत्म हो गए। बच्चे, महिला, बूढ़े तक को अंग्रेजों ने नहीं छोड़ा। उन्हें बंद करके गोलियों से छलनी कर दिया।

सीएम शिवराज ने किया नमन:

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने ट्विटर पर ट्वीट करके शहीदों को श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने ट्वीट करते हुए एक कविता लिखी है।

"मैं जलियांवाला बाग हूं, विप्लव राग कि सप्त स्वरी, विद्रोह वेदि की आग हूं, भारत के भगत का महत्तीर्थ, मैं ऊधम का अनुराग हूं- अरुण सिंह।"

उन्होंने आगे लिखा है, "जलियांवाला बाग नरसंहार में शहीद हुए दिव्य आत्माओं को विनम्र श्रद्धांजलि। आपका बलिदान अमूल्य है, आपके सपनों के भारत का निर्माण हम सब मिलकर करेंगे।"

नरोत्तम मिश्रा ने किया ट्वीट:

वहीं मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट करते हुए लिखा है, "जालियांवाला बाग हत्याकांड में मां भारती की आजादी के लिए शहीद हुए अमर बलिदानियों को कोटि-कोटि नमन।"

उन्होंने आगे लिखा है, "जालियांवाला बाग हत्याकांड स्वतंत्रता संग्राम का वो पड़ाव था जिसने अंग्रेजों से बदला लेने के लिए देशवासियों को एकजुट कर आजादी की लड़ाई को एक नई प्रेरणा दी।"

विश्वास सारंग ने किया ट्वीट:

वहीं प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, "अपने प्राणों की आहुति देकर भारत की स्वतंत्रता का मार्ग प्रशस्त करने वाले जलियांवाला बाग के अमर शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि।"

वी डी शर्मा ने शेयर किया पोस्ट:

वहीं, वी डी शर्मा ने अपने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि, "आज ही के दिन सन्-1919 में जलियांवाला बाग़ में कई निर्दोष-निहत्थे लोग अंग्रेज़ी हुकूमत की बर्बरता का शिकार हुए थे।"

उन्होंने आगे लिखा है कि, "अंग्रेजों के अत्याचारों की क्रूरता के प्रतीक जलियांवाला बाग हत्याकांड के सभी अमर शहीदों को शत - शत नमन।"

पी सी शर्मा ने कही यह बात:

वहीं कांग्रेस नेता पी सी शर्मा ने अपने ट्विटर पर पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि, "जलियांवाला बाग हत्याकांड के स्मृति दिवस पर देश के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर देने वाले वीर सपूतों को नमन एवं अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि। आपका बलिदान प्रत्येक भारतीय के लिए अविस्मरणीय है, यह देश आपके त्याग और समर्पण का सदैव ऋणी रहेगा।"

कैलाश विजयवर्गीय ने किया ट्वीट:

वहीं कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, "जलियांवाला बाग स्मृति दिवस। आओ झुक कर सलाम करे उनको, जिनके हिस्से मे ये मुकाम आता है। खुसनसीब होता है वो खून, जो देश के काम आता है। देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले #JallianwalaBagh के सभी अमर शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि।"

बताते चलें कि, बैसाखी के दिन 13 अप्रैल 1919 को अमृतसर के जलियांवाला बाग में एक सभा रखी गई थी, जिसमें कुछ नेता भाषण देने वाले थे। वहीं, शहर में कर्फ्यू लगा हुआ था, फिर भी इसमें सैंकड़ों लोग ऐसे भी थे, जो बैसाखी के मौके पर परिवार के साथ मेला देखने और शहर घूमने आए थे और सभा की खबर सुन कर वहां जा पहुंचे थे। जब नेता बाग में भाषण दे रहे थे, तभी जनरल आर डायर ने बाग से निकलने के सारे रास्ते बंद करवा दिए। बाग में जाने का जो एक रास्ता खुला था जनरल डायर ने उस रास्ते पर हथियारबंद गाड़ियां खड़ी करवा दी थीं और बिना किसी चेतावनी के गोलियां चलवानी शुरु कर दीं। जिसमें लोग मारे गए थे। आज भी वो घटना सिहरा देने के लिए काफी है।

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