भोपाल, मध्यप्रदेश। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश के 47 जिलों में कोई कोरोना प्रकरण नहीं है। इसलिए इन सब तथ्यों पर विचार-विमर्श के बाद प्रतिबंध समाप्त करने का फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोविड संक्रमण पूरी तरह नियंत्रित है। आज कोरोना के सात पॉजीटिव प्रकरण आए हैं, एक्टिव प्रकरणों की संख्या भी 79 है।
मुख्यमंत्री चौहान ने गुरुवार को प्रदेशवासियों के नाम संदेश में कहा कि कोरोना नियंत्रण के लिए पूर्व में लागू किए गए प्रतिबंधों को 17 नवंबर 2021 से हटा दिया गया है। प्रतिबंधों से अनेक लोगों की आजीविका प्रभावित हो रही थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी को अभी भी पूरी सावधानियां बरतते हुए कोरोना अनुकूल व्यवहार पर ध्यान देना है। हर व्यक्ति को कोरोना से बचाव की वैक्सीन का दूसरा डोज अवश्य लगवाना है। दिसंबर माह तक दोनों डोज के वैक्सीनेशन की शत-प्रतिशत उपलब्धि हासिल करना है। प्रदेश में अभी तक 92 प्रतिशत लोगों ने वैक्सीन का प्रथम डोज और 50 प्रतिशत ने द्वितीय डोज लगवाया है। वैक्सीनेशन महाअभियान को सफल बनाने के लिए सभी को जुटना है। इस महीने की 24 तारीख और आगामी एक दिसंबर को वैक्सीन से शेष रह गए सभी लोग महाअभियान में टीकाकरण करवाकर स्वयं की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
जब बैंड पार्टी के सदस्य ने व्यथा बताई :
मुख्यमंत्री ने बुरहानपुर यात्रा का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्हें बैंड पार्टी में कार्य करने वाले एक ग्रामीण भाई ठाकुर दास ने अपनी रोजी-रोटी की वेदना से अवगत करवाया था। मेलों और बाजारों में अपनी दुकान लगाने वाले छोटे-छोटे व्यापारियों का भी यही कष्ट था। सभी का आग्रह था कि अब प्रतिबंध समाप्त होना चाहिए।
जरूरी है सावधानी :
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना पर नियंत्रण की स्थिति के बावजूद हम सभी को सावधान रहना है। यूरोप के कुछ देशों में संक्रमण के समाचार मिलते हैं। हम असावधान हुए तो ऐसा न हो कि हमें फिर प्रतिबंध लगाने पड़े। यह कोई भी नहीं चाहता कि संक्रमण फैले और प्रतिबंध लगे। हमें विवाह और अपनी अन्य परंपराओं का पालन पूरी सावधानी के साथ करना है।
सीएम ने बताया - मैं स्वयं प्रति सप्ताह करवाता हूं टेस्ट :
सीएम श्री चौहान ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को मास्क का उपयोग करते रहना है। परस्पर दूरी बनाए रखें। हाथों को स्वच्छ रखना है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग और संबंधित अमले को प्रतिदिन 70-75 हजार टेस्ट करने हैं, जिससे संक्रमण का पता चलने पर आवश्यक प्रबंध किए जा सकें। कोरोना टेस्ट करवाने में कोई दिक्कत महसूस नहीं करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने बताया कि वे स्वयं प्रति सप्ताह यह टेस्ट करवाते हैं।
शासकीय लोगों के लिए दूसरा डोज लगाना अनिवार्य :
मुख्यमंत्री ने अपील में कहा कि समस्त नागरिकों को कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाना है। शासकीय लोगों के लिए तो यह अनिवार्य है ही, अन्य सभी के लिए भी अतिआवश्यक है। शिक्षक, विद्यार्थी और 18 वर्ष से ऊपर के सभी युवक-युवतियां वैक्सीन डोज लगवाने में पीछे न रहे। इससे जीवन सुरक्षित हो जाता है। हम सामान्य जीवन तभी जी सकेंगे, जब पूरी सावधानियों का पालन कर कोरोना पर हुए नियंत्रण को स्थाई बना पाएंगे।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।