छतरपुर, मध्यप्रदेश। ऑनलाइन मोबाइल गेम की अनियमितताओं को लेकर मध्य प्रदेश सरकार सतर्क है, कानून-व्यवस्था को लेकर की बैठक में सीएम ने बच्चों में आनलाइन गेमिंग की बढ़ती आदत और इसके परिणामस्वरूप हुई आत्महत्या की घटना पर चिंता व्यक्त की थी, उन्होंने निर्देश दिए थे कि इसके लिए आवश्यक निगरानी तंत्र विकसित किया जाए।
ऑनलाइन गेम ना खेलने का बच्चों ने लिया संकल्प
बता दें कि एमपी में ऑनलाइन गेम की लत की वजह से कई बच्चे अपनी जान गवां रहे हैं कुछ दिन पहले छतरपुर में ऑनलाइन गेम की लत के चलते एक बच्चे ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी, इस घटना के बाद छतरपुर में पुलिस ने कहा था कि जो बच्चे बिना किसी दबाव के मोबाइल से ऐसे गेम हटाएंगे, उन्हें एसपी आफिस बुलाकर सम्मानित किया जाएगा, अब कई बच्चों ने ऑनलाइन गेम न खेलने का संकल्प लिया है, आज एसपी ने 20 से ज्यादा बच्चों का सम्मान किया है।
ये था मामला
दरअसल छतरपुर में ऑनलाइन गेम (Online Game) में 40 हजार रुपए गंवाने पर 13 वर्षीय लड़के ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी, जानकारी के मुताबिक मां ने इस गेम को खेलने से मना किया था, जिसके बाद कृष्णा ने सुसाइड कर लिया, हालांकि मरने से पहले लड़के ने सुसाइड नोट भी लिखा था। बच्चे का सुसाइड नोट, परिजनों के बयान और बैंक खातों व ऑडियो क्लिप के आधार पर पुलिस ने कंपनी के अज्ञात संचालक के खिलाफ केस दर्ज किया, इस मामले की जांच जारी है।
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वही इससे पहले, जनवरी माह में मध्यप्रदेश के सागर जिले के ढाना कस्बे में एक छात्र को फ्री फायर गेम की लत थी और जब उसकी इस लत को छुड़ाने के लिए उसके पिता ने उसका मोबाइल फोन छीन कर उसे दोबारा नहीं दिया, तो उसने कथित तौर पर फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली थी।
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