2003 व वर्तमान बिजली संकट पर सत्र बुलाएं, हम चर्चा को तैयार Social Media
मध्य प्रदेश

2003 व वर्तमान बिजली संकट पर सत्र बुलाएं, हम चर्चा को तैयार : डॉ. गोविंद सिंह

ग्वालियर, मध्यप्रदेश : नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह को जवाब देते हुए कहा कि हम 2003 व वर्तमान बिजली संकट पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं।

राज एक्सप्रेस

ग्वालियर, मध्यप्रदेश। प्रदेश में अब बिजली संकट को लेकर सियासत तेज हो गई है और सत्ता व विपक्ष आमने-सामने आकर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने मंगलवार को ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह को जवाब देते हुए कहा कि हम 2003 व वर्तमान बिजली संकट पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं और वह हमारे साथ राज्यपाल व मुख्यमंत्री के पास चलकर सत्र बुलाने की मांग करें।

बिजली संकट को लेकर नेता प्रतिपक्ष डॉ. सिंह ने शनिवार को प्रदेश सरकार व ऊर्जा मंत्री पर हमला किया था, उसके जवाब में अगले दिन ऊर्जा मंत्री ने कहा था कि कांग्रेस पहले 2003 में बिजली समस्या को लेकर चर्चा कर माफी मांगे और जो आरोप लगाए जा रहे हैं उन पर वह सदन में और टेबिल पर जवाब देने को तैयार रहे। साथ ही ऊर्जा मंत्री ने यह भी कहा था कि में स्वयं मुख्यमंत्री से सत्र बुलाने का आग्रह करूंगा। ऊर्जा मंत्री के इस जवाब के बाद मंगलवार को डॉ. सिंह ने फिर पलटवार करते हुए कहा कि मैं बुधवार को भोपाल पहुंच जाऊंगा और ऊर्जा मंत्री से कहना चाहता हूं कि वह मेरे साथ राज्यपाल व मुख्यमंत्री के पास चलकर सत्र बुलाने की मांग करें। कांग्रेस 2003 व वर्तमान बिजली संकट पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं। डॉ. सिंह ने कहा कि प्रद्युम्न सिंह पहले कांग्रेस में ही थे और अगर उस समय बिजली का संकट था तो वह भी जिम्मेदार हैं। डॉ. सिंह ने फिर आरोप लगाया कि 900 करोड़ का घोटाला हुआ है उसकी जांच कराने से क्यों हिचक रहे हैं ऊर्जा मंत्री। जब प्रदेश में 17 हजार मेगावाट बिजली उत्पादन की बात कही जा रही है और खपत 10 हजार मेगावाट है तो फिर बाकी बिजली कहां जा रही है और संकट क्यों है? जिस कंपनी से बिजली खरीदी का सौदा हुआ था उससे बिना बिजली खरीदे ही भुगतान क्यों कर दिया गया, इसका जवाब सरकार को देना होगा। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रद्युम्न सिंह तो नाम के ऊर्जा मंत्री हैं, क्योंकि काम तो पूरा शिवराज सिंह चला रहे हैं और जिस दिन प्रद्युम्न सिंह ने बात नहीं मानी तो जिस तरह से हम चप्पल चटका रहे हैं, वैसे ही प्रद्युम्न भी चप्पल चटकाने लगेंगे।

ज्योतिरादित्य सिंधिया पर दिखा नरम रुख :

भोपाल में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को बंगला मिलने पर डॉ. सिंह ने कहा कि वह केंद्रीय मंत्री हैं तो उनका हक है भोपाल में शासकीय आवास लेने का तो वह उनको मिल गया, इसमें नई बात क्या है। दिग्विजय सिंह के पड़ौस में ही बंगला लेने के सवाल पर डॉ. सिंह ने कहा कि दिग्विजय सिंह व सिंधिया के पहले से संबंध है, अब यह राजनीतिक मुद्दे हैं जिस पर विपक्ष में होने के कारण बोलना पड़ता है, क्योंकि हमारी कोई सिंधिया से दुश्मनी तो है नहीं, अगर वह हमें कहीं मिलते हैं तो शिष्टाचार के तहत हम सम्मान करेंगे, लेकिन जहां मुद्दे की बात होगी तो हम सिंधिया को घेरने से नहीं चूकेंगे। यहां बता दें कि भोपाल प्रवास के दौरान सिंधिया ने मीडिया के समक्ष नेता प्रतिपक्ष डॉ. सिंह को दिल से बधाई दी थी।

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