बुरहानपुर, मध्यप्रदेश। मंगलवार को किसानों ने कलेक्ट्रेट (Collectorate) का घेराव किया। इन किसानों की केले की फसल ओलावृष्टि से खराब हो गए थी। किसानों का कहना है कि इन्हे जो मुआवज़ा राशि मिली है वो इनको हुए नुक़साम की तुलना में काफी कम है। इसे लेकर किसानों में काफी गुस्सा है। कुछ समय पहले ही मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सिंगल क्लिक में इन किसानों को मुआवजा राशि दी थी।
मुआवजा, नहीं तो चुनाव का बहिष्कार:
ये किसान मुआवजा राशि न मिलने से इतने आक्रोशित हैं की इन्होने यह तक कह दिया कि यदि इन्हे उचित मुआवजा नहीं मिली तो ये चुनाव का बहिष्कार करेंगे। धामनगांव, बमबाड़ा लोनी पातोंडा और हसीनाबाद राजोरा गाँव से करीब 100 किसान कलेक्ट्रेट अपनी शिकायत लेकर पहुंचे थे। इन किसानों ने पटवारी पर क्षतिपूर्ति का आकलन सही से ना करने का आरोप भी लगाया है।
आंकड़ों की जादूगरी:
अब इस मामले ने राजनीति तेज़ हो गयी है। कांग्रेस ने इस मुद्दे पर राज्य की भाजपा सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस नेता हेमंत पाटिल ने सीएम शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा कि 4000 किसानों को मुआवजा देकर 1000 किसानों के साथ चल किया गया है। शासन ने आंकड़ों की जादूगरी की है। कई किसानों को ओलावृष्टि के कारण हुए केला फसल क्षति का भुगतान नहीं किया गया है।
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