हाइलाइट्स :
मंत्रालय में हुई जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की बैठक।
ट्रैफिक व्यवस्था सुगम बनांने के लिया गया निर्णय।
लेक कॉरीडोर के प्रस्ताव पर भी हुई चर्चा।
भोपाल, मध्यप्रदेश। राजधानी भोपाल से बीआरटीएस को हटाए जाने के लिए जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के बीच सहमति बन गई है। बीआरटीएस को हटाए जाने से व्यस्त मार्गों पर ट्रैफिक की समस्या का निराकरण हो पाएगा। BRTS के स्थान पर सेंट्रल रोड डिवाइडर बनाया जाएगा। मंत्रालय में मंगलवार को सीएम की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है।
मंत्रालय में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Chief Minister Dr. Mohan Yadav) की अध्यक्षता में हुई बैठक में बीआरटीएस से पैदा हुई अनेक समस्याओं के अलग-अलग पहलुओं पर विस्तार से बातचीत हुई है। इस बैठक में जनप्रतिनिधियों ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मांग पर सर्वसम्मति से भोपाल के बीआरटीएस को हटाने का निर्णय लिया गया। बीआरटीएस की लंबाई के अलग-अलग हिस्सों को चरणबद्ध रूप से हटाया जाएगा। इसके अलावा सड़क समतलीकरण और लेक कॉरीडोर का प्रस्ताव भी बैठक में रखा गया था।
बीआरटीएस हटाने के निर्णय से व्यस्त मार्गों पर यातायात का दबाव कम हो सकेगा। इस बात पर भी सहमति हुई है कि स्थानीय परिवहन व्यवस्था को अधिक सुविधाजनक बनाया जाए। बीआरटीएस के स्थान पर सेंट्रल रोड डिवाइडर बनाया जाएगा। वर्तमान बीआरटीएस व्यवस्था पर प्रस्तुतिकरण में बीआरटीएस के विभिन्न हिस्सों में डेडिकेटेड कॉरीडोर और मार्ग के अन्य हिस्सों में वाहनों की आवाजाही से संबंधित तथ्य भी रखे गए। नगर के विभिन्न स्थानों पर बीआरटीएस के स्वरूप और की गई व्यवस्थाओं की जानकारी भी दी गई।
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