सीधी पेशाब कांड Socia Media
मध्य प्रदेश

सीधी में हुई घृणित घटना की जांच के लिए भाजपा ने गठित की चार सदस्यीय समिति

भोपाल, मध्यप्रदेश। एमपी के सीधी जिले के एक वायरल वीडियो के मामले में भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने जांच समिति गठित की है। पार्टी की ओर से दी गई।

Priyanka Yadav

भोपाल, मध्यप्रदेश। मध्यप्रदेश के सीधी जिले के एक वायरल वीडियो के मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आरोपी पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाने के निर्देश के कुछ घंटे बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने मामले में एक जांच समिति गठित की है।

BJP पार्टी की ओर से दी गई जानकारी-

पार्टी की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार वीडी शर्मा ने राज्य कोल जनजाति विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रामलाल रौतेल के संयोजकत्व में चार सदस्यीय समिति गठित की है। इसमें विधायक शरद कोल, अमर सिंह और पार्टी के उपाध्यक्ष कांतदेव सिंह को शामिल किया गया है। ये समिति तथ्यों की जांच कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।

जांच कमेटी गठित:

सीधी में हुई घृणित घटना की जांच के लिए भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त जी शर्मा ने राज्य कोल जनजाति विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रामलाल रौतेल के संयोजकत्व में चार सदस्यीय समिति गठित की है, जिनमें शरद कोल विधायक, अमरसिंह विधायक तथा कांतदेव सिंह प्रदेश उपाध्यक्ष भाजपा शामिल है। यह समिति संपूर्ण तथ्यों की जांच कर तत्काल प्रतिवेदन रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी ।

जांच कमेटी गठित

सीधी जिले में जनजाति समुदाय से आने वाले एक व्यक्ति के साथ बेहद आपत्तिजनक और अमानवीय व्यवहार का वीडियो वायरल होने के बाद कल इस मामले ने तूल पकड़ लिया और मुख्यमंत्री शिवराज के निर्देश के बाद प्रशासन भी हरकत में आया। वीडियो में दिखायी दे रहा है कि एक लाचार सा दिख रहा व्यक्ति बैठा हुआ है और सिगरेट का धुंआ उड़ा रहा एक अन्य व्यक्ति उसके साथ अमानवीय और बेहद बेहूदा हरकत करते हुए व्यवहार कर रहा है। दुर्भाग्य से इस घटनाक्रम का कोई वीडियो भी बना रहा है।

वीडियो वायरल होते ही मामले ने तूल पकड़ लिया और मुख्यमंत्री ने भी आरोपी के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई के निर्देश दिए। आरोपी व्यक्ति सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक विधायक केदारनाथ शुक्ला का प्रतिनिधि बताया गया था, लेकिन शुक्ला ने स्वयं मीडिया के समक्ष आकर इससे इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि यह व्यक्ति उनका ‘‘विधायक प्रतिनिधि‘’ नहीं है। शुक्ला ने कहा कि, वीडियो उनके संज्ञान में आया है और यह शर्मनाक व्यवहार जिसने भी किया है, उसे कानून के हिसाब से सजा मिलना चाहिए।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT