हाइलाइट्स :
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर सियासत जारी
कांग्रेस द्वारा राम मंदिर 'प्राण प्रतिष्ठा' के निमंत्रण को अस्वीकार करने पर BJP का तंज
CM मोहन यादव समेत कई नेताओं ने जारी किये बयान
मध्यप्रदेश। कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी को अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले श्री राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण मिला था, लेकिन तीनों की ओर से इसे अस्वीकार कर दिया गया है। कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा श्री राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा निमंत्रण अस्वीकार करने के संबंध में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव समेत कई नेताओं का बयान सामने आया है।
कांग्रेस को इसके लिए माफी मांगना चाहिए: CM मोहन यादव
कांग्रेस द्वारा राम मंदिर 'प्राण प्रतिष्ठा' के निमंत्रण को अस्वीकार करने पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि, बड़े दुर्भाग्य की बात है, उन्होंने पहले राम मंदिर में अड़ंगे लगाए और प्राण प्रतिष्ठा समारोह का अपमान करके देश के बहुसंख्यक आबादी की भावनाओं को ठेस पहुंचाया है। कांग्रेस को इसके लिए माफी मांगना चाहिए।
प्राण प्रतिष्ठा निमंत्रण अस्वीकार करना भारतीय संस्कृति को अस्वीकार करने के समान : शिवराज
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने बयान में कहा कि राम हमारे अस्तित्व हैं, श्री राम हमारे आराध्य हैं, प्राण हैं, भगवान हैं और भगवान श्री राम ही भारत की पहचान हैं। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को अस्वीकार करना भारत की पहचान को अस्वीकार करना है, भारतीय संस्कृति को अस्वीकार करना है और इसीलिए तो कांग्रेस कहीं की नहीं रही।
कांग्रेस द्वारा राम मंदिर 'प्राण प्रतिष्ठा' के निमंत्रण को अस्वीकार करने पर मध्य प्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा- कांग्रेस ने श्री राम को श्रद्धा की दृष्टि से कभी नहीं देखा, उन्होंने कहा ये काल्पनिक हैं इसलिए उनके लिए भगवान राम आस्था का केंद्र नहीं हैं। यह देश की जनभावनाओं का अपमान है और जनता आगामी चुनाव में इसका जवाब देगी।
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