हाइलाइट्स:
मध्यप्रदेश से रिश्वतखोरी का मामला सामने आया
यहां लोकायुक्त ने सहायक सचिव विनोद सेन को रिश्वत लेते पकड़ा
मध्य प्रदेश। मप्र में भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार लोकायुक्त पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई के तहत आज ग्राम पंचायत रतुआ रतनपुर के सहायक सचिव विनोद सेन को रिश्वत लेते ट्रैप किया है। आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही जनपद पंचायत बेरसिया के कार्यालय में जारी है।
पोखर बनवाने की स्वीकृति प्रदान करवाने के लिए मांगी थी रिश्वत
मिली जानकारी के मुताबिक, विनोद सेन वर्ष 2013 से सहायक सचिव/ग्राम रोजगार सहायक के पद पर ग्राम पंचायत रतुआ रतनपुर में कार्यरत है। विनोद सेन ने बलराम योजना के अंतर्गत पोखर बनवाने की स्वीकृति प्रदान करवाने के लिए रंजीत सिंह से रिश्वत की यह राशि मांगी थी। जिसके बाद आवेदक कृषक रंजीत सिंह ने इसकी एसपी लोकायुक्त में शिकायत की थी।
जिसके बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर डीएसपी, निरीक्षक, प्रधान आरक्षक, प्रधान आरक्षक, हेमेंद्र पाल, मनोज मांझी की टीम ने कार्यवाही करते हुए आरोपी विनोद सेन पिता हरिकिशन सेन उम्र 38 वर्ष निवासी रतुआ रतनपुर तहसील बेरसिया को आवेदक कृषक रंजीत सिंह से रिश्वत के 7000 रुपए लेते हुए जनपद पंचायत कार्यालय बेरसिया के पास दिलखुश पान भंडार के सामने रंगे हाथो पकड़ा।
एमपी से लगातार ही प्रकाश में आ रहे रिश्वत लेने के मामले
बताते चलें कि, एमपी के कई जिलों से लगातार ही रिश्वत लेने के मामले प्रकाश में आ रहे हैं और लोकायुक्त पुलिस द्वारा लगातार ही इन भ्रष्ट अधिकारियों को रंगे हाथों पकड़ने की कार्यवाही की जा रही है। इससे पहले भी ऐसे कई मामले आ चुके हैं, नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर पढ़ें खबरें- 50 हजार की रिश्वत लेते हुए मछली विभाग के अधिकारी को लोकायुक्त ने पकड़ा
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