हाइलाइट्स :
डीसीपी क्राइम श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने बताया कि मामले में 5 बच्चियां मिल चुकी हैं ।
सीमा को दिल्ली के गौतमपुरा फेस-टू मीठापुर एक्सटेंशन से गिरफ्तार किया।
सीमा के इस कारनामे से दिल्ली पुलिस अनजान थी।
मध्यप्रदेश। भोपाल पुलिस ने जब दिल्ली में मानव तस्कर गैंग की सरगना डॉक्टर सीमा उर्फ कुमारी शक्ति देवी को दबोचा तो उसके पास एक 2 साल की बच्ची माही उर्फ बिट्ट्टू उर्फ त्रिशा मिली। इससे पहले वह त्रिशा को बेच पाती, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। नंबर दो का पैसा एक नंबर करने के लिए सीमा ने फर्जी शक्ति फाउंडेशन बना रखा था। जिसमें वह गोरखधंधे की कमाई डालती थी। सीमा के इस कारनामे से दिल्ली पुलिस अनजान थी। भोपाल पुलिस ने दिल्ली पुलिस से मामले की जानकारी साझा की। दो साल की बच्ची को दिल्ली पुलिस को सौंप दिया। स्थानीय स्तर पर दिल्ली पुलिस मामले की जांच कर रही है।
भोपाल क्राइम ब्रांच और कोतवाली पुलिस ने सीमा को दिल्ली के गौतमपुरा फेस-टू मीठापुर एक्सटेंशन से गिरफ्तार किया। इस घर में सीमा के साथ दो साल की बच्ची माही मिली। पहले तो सीमा ने इस बच्ची को अपना बताया। पुलिस ने सख्ती दिखाई तो वह टूट गई। उसने पूछताछ में बताया कि यह बच्ची संजना (22) और कुणाल (23) की है। जिसकी डिलीवरी सीमा ने अपने फर्जी अस्पताल में की थी। संजना ने किसी और लड़के से लव मैरिज कर ली। सीमा ने पुलिस को बताया कि उसने यह बच्ची गोद ली है, लेकिन हकीकत में वह ग्राहक ढूंढकर उसे मोटी रकम में बेच देती। भोपाल पुलिस ने समय रहते रेस्क्यू कर बच्ची को सीमा के चंगुल से छुड़ाया और दिल्ली पुलिस के सुपुर्द कर दिया। भोपाल पुलिस ने दिल्ली पुलिस को बच्ची के वैध माता-पिता को सुपुर्द करने के लिए पत्र लिखा है।
अब तक मामले में पांच बच्चियां मिली
डीसीपी क्राइम श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने बताया कि मामले में कुल मिलाकर 5 बच्चियां मिल चुकी हैं, जिन्हें किसी न किसी बहाने बेचा जा रहा था। सीमा डिलीवरी कर जहां परिजनों से मोटी रकम ऐंठ रही थी वहीं उन बच्चों को बेच भी रही थी। आरोपी अर्चना और सीमा का क्या संबंध है। दोनों के बीच कितने बच्चों के लेकर बेचा-खरीदा गया है, इसकी जांच की जा रही है।
यह था मामला, 30 हजार में दीपाली का हुआ था सौदा
गत 21 अक्टूबर की सुबह 10 बजे कर्फ्यू वाली माता मंदिर के पास से आरोपी अर्चना की नाबालिग बेटी (14) और आरोपी सूरज की गर्लफ्रेंड मुस्कान बानो (20) कन्या भोज के बहाने काजल (8) और दीपाली ( 11 माह) को अगवा कर लिया था। क्राइम ब्रांच ने दो दिन बाद 23 अक्टूबर को दोनों बच्चियों को बरामद कर पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनमें से चार आरोपी 29 अक्टूबर तक पुलिस रिमांड पर थे। आरोपियों के पास से पुलिस ने काजल, दीपाली के अलावा दो अन्य बच्चियां अकीरो और एंजिल भी बरामद की थीं। इन दोनों बच्चियों को मातृछाया में रखा गया है। आरोपी अर्चना, सीमा के माध्यम से एंजिल को 30 हजार रुपए में किसी सिख दंपति को बेचने वाली थी। इससे पहले आरोपी अपने मंसूबे में कामयाब होते क्राइम ब्रांच ने उन्हें दबोच लिया।
पुलिस को इन तथ्यों पर जांच जारी :
अकीरो किसकी बेटी, कहां से आई।
पूरे मामले में अर्चना और निशांत का क्या रोल है।
सीमा द्वारा कितने बच्चे बेचे गए।
सीमा की किन-किन लोगों से सांठगांठ है।
विदेश में बच्चे भेजे गए या नहीं।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।