डॉ. कैलाश जाटव RE-Bhopal
मध्य प्रदेश

भेदभाव को दूर कर सामाजिक समरसता स्थापित करेंगी यात्राएं- डॉ. कैलाश जाटव

gurjeet kaur

भोपाल। भाजपा के अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. कैलाश जाटव ने कहा कि समरसता के पथप्रदर्शक संत रविदास जी के भव्य मंदिर निर्माण के लिए समरसता यात्रा निकाली जा रही है। यह यात्राएं सामाजिक समरसता का भाव लेकर प्रदेश के हर कोने-कोने से गुजरेंगी। यात्राओं के माध्यम से मंदिर निर्माण में हर वर्ग की सहभागिता हो, इसके लिए मिट्ठी और जल एकत्रित किया जाएगा, जिसे मंदिर निर्माण में उपयोग किया जाएगा। सुशासन का मूलमंत्र देश को देने वाले संत रविदास जी का मंदिर सामाजिक समरसता का आदर्श केन्द्र बनेगा।

उन्होंने कहा कि, 'संत रविदास जी सुशासन के लिए कहा करते थे ‘ऐसा चाहूं राज मैं, जहां मिले सबन को अन्न, छोटे-बड़ां सब सम बसे, रविदास रहे प्रसन्न।’ यानि संत रविदास जी सुशासन के रूप में ऐसे राज्य की कामना करते थे, जहां कोई छोटा-बड़ा न हो, जहां प्रसन्नता पूर्वक सब जीवन यापन करें, सभी को अन्न प्रचुर मात्रा में मिलें। संत शिरोमणि की इस उक्ति को चरित्रार्थ मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार कर रही है। यहां सभी वर्ग के कल्याण के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है।'

संत रविदास जी के सामाजिक समरसता के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए मध्यप्रदेश सरकार समरसता यात्रा निकाल रही है। उन्होंने कहा कि यह 18 दिवसीय यात्रा लोगों को अनुसूचित जाति के खिलाफ भेदभाव के प्रति जागरूक करने और समाज में सामाजिक समरसता लाने के लिए आयोजित की जा रही है। प्रदेश में अनसूचित जाति वर्ग के लिए भाजपा का यह दूसरा सामूहिक आयोजन है। अप्रैल में भाजपा ने डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाने के लिए ग्वालियर में अनुसूचित जाति के सदस्यों का एक महाकुंभ आयोजित किया था। भाजपा का लक्ष्य सभी वर्गों का कल्याण और विकास है।

अन्य विपक्षी दल जहां, दलित एजेंडे के नाम पर इन्हें सिर्फ वोट बैंक की राजनीति के लिए प्रयोग करते हैं। वहीं भाजपा इनके सर्वांगीण विकास के लिए योजनाएं एवं जनहितैषी पहल संचालित कर रही है। कांग्रेस के नेता जहां संत रविदास एवं अजा वर्ग के नायकों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां करते हैं, वहीं प्रदेश की भाजपा सरकार संत रविदास एवं बाबा साहब अंबेडकर से जुड़े स्थलों को तीर्थदर्शन योजना में शामिल कर उनका मान बढ़ा रही है।

मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. कैलाश जाटव ने कहा कि, यह वही कमलनाथ हैं, जिन्होंने संत रविदास जी की तस्वीर को माला पहनाने की औपचारिकता पूरी कर तस्वीर को मंच से हटवा दिया था। संत शिरोमणि की तस्वीर जमीन पर गिरी हुई थी, वहीं भाजपा सरकार संत के योगदान को नमन करने के लिए और उनके सन्देश को जनसाधारण तक पहुंचाने के लिए प्रदेश के 46 जिलों से होते हुए यह यात्रा निकाल रही है। भाजपा और कांग्रेस में यही फर्क है।

डॉ. जाटव ने कहा कि 2003 में जहां अनुसूचित जाति वर्ग के कल्याण के लिए सिर्फ 364 करोड़ रूपए का बजट था, वहीं भाजपा सरकार के राज्य में यह बजट 26,000 करोड़ है। प्रदेश में अनुसूचित जाति वर्ग के शैक्षणिक, रोजगार एवं सामाजिक उत्थान के लिए सरकार अनेक योजनाएं चला रही है। विगत 3 वर्षों में विभिन्न विभागों की योजनाओं के अंतर्गत अनुसूचित जाति वर्ग के 1 करोड़ 42 लाख से अधिक हितग्राहियों को 24 हजार 600 करोड़ रुपए से अधिक के हितलाभ वितरित हुए हैं।

आवास सहायता योजना में प्रतिवर्ष अनुसूचित जाति के औसतन 80 हजार विद्यार्थियों को 90 करोड़ रुपए से अधिक की सहायता मिली है। मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना में 19 हजार 800 से अधिक अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा हेतु 85 करोड़ रुपए से अधिक की फीस प्रतिपूर्ति की गई है।

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