भोपाल (अर्पण खरे )। कट्ट्टरपंथी इस्लामिक संगठन हिब्ज उत तहरीर (Hibz ut Tahrir) के सदस्यों के दुबई से तार जुड़े हैं। दुबई का कारोबारी मध्यप्रदेश में हवाले के जरिए फंडिंग करता था। संगठन के सदस्य ट्रेन में एसी-फस्र्ट में सफर करते थे। उनके पास लैपटाप और महंगे गैजेट मिले हैं। रिमांड पर चल रहे 10 संदिग्ध आतंकियों से एटीएस की पूछताछ जारी है। इनमें 5 हैदराबाद और 5 भोपाल (Bhopal) से गिरफ्तार किए गए सदस्य शामिल हैं। इन्हीं सदस्यों की निशानदेही पर एटीएस की एक टीम हैदराबाद में ट्रेनिंग कैंप की जगहों की तस्दीक करने गई थी। जहां से भड़काऊ साहित्य और एयरगन बरामद की थी। इसी बीच भोपाल के आसपास एटीएस की एक टीम ने दो दिन पहले आचारपुरा स्थित पहाड़ी, बैरसिया डेम के पास और भोजपुर के नीमखेड़़ा गांव में दबिश दी थी। इन स्थानों पर एचयूटी (HUT) के सदस्य ट्रेनिंग कैंप आयोजित करते थे। इसमें एक फार्म हाउस का नाम भी सामने आया है।
एचयूटी के संदिग्ध आतंकी मध्यप्रदेश (Madhyapradesh) में किसी वारदात को अंजाम दे पाते इससे पहले एटीएस ने उन्हें दबोच लिया। इस कड़ी में भोपाल से 10, छिंदवाड़ा से एक और हैदराबाद से 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार सदस्य समाज में आमजन बनकर हिंदू और मौजूदा सरकार के खिलाफ लोगों को भड़का रहे थे। जोशीले युवाओं को बरगलाकर इस्लाम अपनाने और संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित कर रहे थे। जांच एजेंसी ने इन सदस्यों के पास से भड़काऊ साहित्य, महंगे लैपटाप, गैजेट, एयरगन बरामद की। ट्रेनिंग कैंप की जगहों को चिन्हित किया। सौरभ राजवैद्य से मोहम्मद सलीम बने प्रोफेसर को मुख्य सरगना बताया गया। जोकि इन दिनों हैदराबाद में रहकर लोगों को भड़का रहा था और इस्लाम अपनाने की तकरीरें दे रहा था।
प्रो. कलाम गायब, एटीएस को तलाश
सौरभ को सलीम बनाने वाले प्रोफेसर कलाम थे। पुलिस को प्रो. कलाम की तलाश है। सूत्रों के मुताबिक, टीआईटी कालेज से निकाले जाने के बाद कलाम हैदराबाद चला गया था। जहां कुछ साल रहा। इसके बाद वह भोपाल फिर से आ गया था। वह यहां जहांगीराबाद इलाके के मुर्गी बाजार में परिवार के साथ रहता था। एचयूटी के सदस्य पकड़े जाने के बाद कलाम गायब हो गया। एटीएस को कलाम की तलाश है। एटीएस जानना चाहती है कि कलाम ने सौरभ जैसे कितने लोगों बरगला कर इस्लाम कबूल करवाया और देश के खिलाफ भड़काया।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।