भोपाल, मध्यप्रदेश। राजधानी में मंगलवार शाम एक घंटे 5 मिनिट तक सूर्य ग्रहण दिखाई दिया। इस अवधि में शहर के कई स्थानों पर सूर्यग्रहण का अवलोकन करने के लिए विभिन्न संस्थाओं ने इंतजाम किए थे। जिसमें विज्ञान केंद्र और भेल मैदान पर नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू का कैंप प्रमुख रूप से था।
आंशिक सूर्यग्रहण की इस खगोलीय घटना को आम लोगों को सुरक्षित रूप से दिखाने भारत सरकार की नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बीएलईएल मैदान में अवलोकन शिविर का आयोजन किया। इस शिविर में वैज्ञानिक रूप से परीक्षित सोलर व्यूअर, सोलर फिल्टर की मदद से बच्चों एवं आम लोगों ने सूर्य के सामने चांद के आ जाने को देखा। सारिका ने बताया कि जिस स्थान पर ग्रहण होता दिख रहा है उस काल्पनिक बिंदु को ही राहु नाम दिया गया है। पृथ्वी से देखने पर जिस मार्ग से सूर्य पूर्व से पश्चिम जाता दिखता है और जिस मार्ग से चंद्रमा पूर्व से पश्चिम जाता दिखता है वो दोनो मार्ग कोण पर झुके हैं। वो दो स्थानो पर कटते हैं। इनमें से एक कटन बिदु राहु और दूसरे को केतु नाम दिया गया है। जब इस बिंदु पर सूर्य और चंद्रमा दोनो आ जाते हैं तो पृथ्वी के किसी भू-भाग से सूर्यग्रहण दिखता है।
सारिका ने बताया कि भोपाल में शाम 4 बजकर 42 मिनिट पर जब सूर्य का एल्टीट्यूड 13.5 डिग्री था, तब ग्रहण दिखना आरंभ हो गया था। शाम 5 बजकर 38 मिनिट पर सूर्य का एल्टीट्यूड 1.4 डिग्री था तब अधिकतम ग्रहण की स्थिति थी। इसके बाद ग्रहण की ही स्थिति में 5 बजकर 47 मिनिट पर सूर्य अस्त हो गया। इसके साथ ही ग्रहण दिखना समाप्त हो गया। कुल 1 घंटे 5 मिनिट ग्रहण दिखा। वैज्ञानिक चेतना बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित शिविर में टीआई गोविन्दपुरा लोकेन्द्र सिंह ठाकुर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। शिविर में युवा कम्यूनिकेटर आशी चौहान तथा नरेद्र कुमार ने वैज्ञानिक जानकारी दी। शिविर में अनेक बच्चे अपने पालकों के साथ उपस्थित हुए।
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