बाग उमराव दूल्हा डिस्पेंसरी में बड़ी मात्रा में जलाईं गई ऐसी दवाएं Raj Express
मध्य प्रदेश

Bhopal : एक तरफ गैस पीड़ित मरीज परेशान तो दूसरी तरफ स्टोर में पड़ी एक्सपायर हो जाती हैं दवाएं

शुक्रवार को एक ऐसे ही मामले का खुलासा गैस पीड़ित संगठन ने सोशल मीडिया पर किया है। गैस राहत विभाग के तहत बाग उमराव दूल्हा डिसपेंसरी में बड़ी मात्रा में एक्सपायरी डेट की दवाओं को जलाया जा रहा था।

Shakti Rawat

भोपाल, मध्यप्रदेश। एक तरफ जहां राजधानी के गैस पीड़ितों के लिए गैस राहत अस्पतालों और डिसपेंसरियों में दवाओं का टोटा रहता है, और गैस पीड़ितों को दवाएं नहीं मिल पाती है तो वहीं दूसरी तरफ गैस पीड़ित अस्पतालों में दवाएं रखी-रखी एक्सपायर हो जाती हैं और उन्हें बाद में चोरी छिपे जला दिया जाता है।

शुक्रवार को एक ऐसे ही मामले का खुलासा गैस पीड़ित संगठन ने सोशल मीडिया पर किया है। गैस राहत विभाग के तहत बाग उमराव दूल्हा डिसपेंसरी में बड़ी मात्रा में एक्सपायरी डेट की दवाओं को जलाया जा रहा था। यानि ये दवाएं डिस्पेंसरी में रखे हुए ही एक्सपायर हो गईं लेकिन मरीजों को नसीब नहीं हो पाईं। भोपाल ग्रुप फॉर इंफार्मेशन एंड एक्शन की रचना ढींगरा ने मामले से जुड़े फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए आरोप लगया कि यहां बड़ी मात्रा में ओआरएस, पेरासिटामोल, सीरप और अन्य एंटीबायोटिक दवाएं एक्सपायर होने के कारण जलाईं गईं हैं। रचना का कहना है कि ये दवांए गैस पीड़ित मरीजों को मुफ्त वितरण के लिए मंगाईं जाती है, हर साल गैस राहत अस्पतालों में दवाओं के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं। लेकिन फिर ये दवाएं गैस पीड़ित मरीजों को नहीं दी जाती। बल्कि अस्पतालों और डिसपेंसरियों के स्टोर रूम में रखीं-रखीं एक्सपायर हो जाती हैं। गैस पीड़ित संगठन पहले भी इस मामले को लेकर गंभीर आरोप लगाते रहे हैं।

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