भोपाल, मध्यप्रदेश। प्रदेश में कोरोना महामारी ने जहां पैर पसार लिए है वहीं, दूसरी तरफ ऑक्सीजन के साथ ही रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी से अब तक कई मौत हो चुकी हैं, इसे लेकर ही आज 10 हजार इंजेक्शन की प्राप्ति के बाद सरकार ने इसके लिए नई गाइडलाइन जारी की है जिसके चलते अब कलेक्टर को भी इस पर अधिकार होगा।
नई गाइडलाइन के तहत कही गईं ये बातें
इस संबंध में प्रशासन द्वारा रेमडेसिविर इंजेक्शन की बढ़ती मांग को देखते हुए नई गाइडलाइन जारी हुई है।
प्राइवेट अस्पताल को इंजेक्शन देने का आधार उनके पास ICU/HDU की ऑक्यूपेंसी का शत-प्रतिशत एवं ऑक्सीजन बेड की ऑक्यूपेंसी का 15% रहेगी।
स्वास्थ्य विभाग को 50% इंजेक्शन की आपूर्ति हो रही है। उसका आधा हिस्सा जिला अस्पताल और शेष आपूर्ति इंदौर, भोपाल, देवास और उज्जैन को छोड़कर अन्य जिलों के प्राइवेट अस्पताल को कलेक्टर के माध्यम से वितरित किए जाएंगे।
कलेक्टर इंजेक्शन का आवंटन आवश्यकतानुसार भी कर सकेंगे। इससे प्राप्त राशि को रेडक्रास में जमा की जाएगी।
इंदौर एयरपोर्ट पहुंचे रेमडेसिवीर इंजेक्शन के बॉक्स
मिली जानकारी के मुताबिक रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी के बीच आज गुरुवार को एक राहतभरी खबर आई। आज सुबह ही इंदौर एयरपोर्ट पर रेमडेसिवीर इंजेक्शन के बॉक्स पहुंचे है, बताया जा रहा है कि इंदौर एयरपोर्ट पर 200 बाक्स पहुंचे हैं, इस दौरान एयरपोर्ट पर व्यवस्था के लिए एडीएम अजयदेव शर्मा प्रशासन के अन्य अधिकारियों के साथ मौजूद थे।
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