भोपाल। लाखों रुपए की सरकारी दवाएं छोटे तालाब में फेंकने का मामला सामने आया है। बुधवार जब झील संरक्षण की टीम तालाब का निरीक्षण पहुंची तो स्पोर्टस क्लब के पास छोटे तालाब में सरकारी दवाएं तेर रही थीं। टीम ने तुरंत एएचओ राजेश कुरील को सूचना दी। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने दवाएं तालाब से बाहर निकाली और जप्त कर पुलिस को सौंप दीं। वहीं थाना जहांगीराबाद में FIR के लिए पत्र लिखा है।
झील संरक्षण प्रकोष्ठ के एएचओ राजेश कुरील ने बताया कि बुधवार की सुबह हमारी टीम को नियमित निरीक्षण के दौरान स्पोर्टस क्लब के पास दवाएं तालाब में तैरती मिलीं। अमले ने तुरंत इसके फोटो और वीडियो बनाकर सभी अधिकारियों को दिए। मौके पर पहुंचे राजेश कुरील ने छोटे तालाब से सभी दवाएं बाहर निकवाईं और 4 बाक्स में भरकर जप्ती बनाई। दवाओं पर एक्सपाईरी 2024 थी और यह सभी दवाएं सरकारी अस्पताल की थीं। निगम के अमले ने जहांगीराबाद थाना पुलिस को सूचना दी और पंचमाना बनवाया। वहींएफआईआर के लिए आवेदन दिया।
स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कम्प
इधर ड्रग विभाग में भी सरकारी दवाएं तालाब में फेंकने की खबर लगते ही हड़कम्प मच गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम दवाओं को जांचने पहुंची। अब दावाओं के बेच के आधार पर इसकी जांच होगी कि यह दवाएं किस अस्पताल को आवंटित की गई थीं। एएचओ राजेश कुरील ने बताया कि बायो मेडिकल वेस्ट या एक्सपायर दवाओं को निष्पादन इंसीनेटर में होता है। इसके लिए गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में प्लांट लगा है। बायो मेडिकल वेस्ट और एक्सपायर दवाओं को खुले में फेंकना कानूनन प्रतिबंधित है।
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