भोपाल, मध्यप्रदेश। MP में जहां वैश्विक महामारी कोरोना का संकट जारी है। वहीं, जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल की खबरें तेजी से बढ़ रही हैं, इस बीच मध्यप्रदेश के मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (जूडा) और सरकार के बीच विवाद गहराता जा रहा है, मिली जानकारी के मुताबिक सरकार के निर्देश पर जीएमसी प्रबंधन ने जूनियर डॉक्टरों से छात्रावास खाली कराया, मिली खबर के अनुसार जूडा सामान लेकर सड़क पर बैठे।
जीएमसी प्रबंधन ने दिया आदेश
मिली जानकारी के मुताबिक सरकार के निर्देश पर जीएमसी (GMC) के डीन ने इस्तीफा देने वाले जूनियर डॉक्टरों को बांड भरने और हॉस्टल खाली करने के नोटिस जारी कर दिए वहीं इसे जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने दमनकारी कार्रवाई बताया है।
एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर ने कहा
इस बीच एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर ने कहा कि हम अपने हक की बात कर रहे हैं तो सरकार उलटा हमसे पैसे मांग रही है। गरीब मेधावी छात्रों के खिलाफ सरकार दमनकारी नीति अपना रही है, हम लगातार बातचीत करने के पक्ष में रहे, लेकिन अपनी ही बात से सरकार मुकर गई, आगे कहा कि हम सरकार की तरफ से डॉक्टरों को कोरोना वॉरियर्स के दिए सर्टिफिकेट लौटाएंगे। सरकार हमें काेरोना महामारी में मरीजों की सेवा करने का इनाम दे रही है। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (जूडा) आज सरकार की कर्रवाई के विरोध में ब्लड डोनेट कर अपना विरोध जताएगा।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा-
इस मामले को लेकर मध्यप्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (जूडा) की हड़ताल पर सरकार अपने स्टैंड पर कायम है, सरकार के द्वार अभी भी खुले हैं, हम बातचीत के लिए तैयार हैं।
माननीय हाईकोर्ट के निर्देशानुसार जूडा को हड़ताल समाप्त करनी चाहिए, हाईकोर्ट द्वारा गठित समिति से जूडा अपनी मांगों को लेकर संवाद करे, हमारे द्वार बातचीत के लिए हमेशा खुले हैं, हम सब की प्राथमिकता मरीज़ों का इलाज है।मंत्री विश्वास सारंग ने कहा-
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