हाइलाइट्स :
नौकरी दिलाने के नाम पर 1.35 करोड रुपए की धोखाधड़ी।
फर्जी मोबाइल नंबर से लोगों को कॉल कर नौकरी का झांसा देते थे आरोपी।
वैबसाइट को विजिट करने वाले लोगों को डाटा निकाल कर उन्हें कॉल करते थे आरोपी।
भोपाल, मध्यप्रदेश। क्राइम ब्रांच ने नौकरी दिलाने का झांसा देकर करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। ये दोनों की नेपाल के नागरिक हैं। भोपाल में रहने वाले रंजीत सिंह जैसे कई लोगों के साथ इन दोनों आरोपियों ने करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की थी। आरोपी फर्जी मोबाइल नंबर से लोगों को कॉल कर नौकरी का झांसा देते थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से मोबाइल और लैपटॉप जप्त किया है।
क्या है मामला:
भोपाल निवासी रंजीत सिंह ने सायबर क्राईम ब्रान्च भोपाल में शिकायत की थी। रंजीत सिंह ने बताया था कि, नौकरी दिलाने के नाम पर उनके साथ 1.35 करोड रूपये की धोखाधड़ी की गई है। रंजीत सिंह एक मल्टी नेशनल कंपनी में काम करते थे। उन्होंने बताया कि, कुछ समय पहले उन्हे कॉल आया था। नौकरी दिलाने की बात कहकर उनसे करोड़ों रुपए लिए गए थे।
आरोपियों द्वारा अलग-अलग नाम से जॉब देने वाली कम्पनी के नाम की वेबसाइट बनाई जाती थी। जिसके बाद आरोपी उस वैबसाइट को विजिट करने वाले लोगों को डाटा निकाल कर उन्हें कॉल करके उनकी जरूरत के हिसाब की नौकरी दिलवाने का प्रलोभन दिया करते थे। आरोपी अपनी वैबसाइट को इस प्रकार डिजाइन करते थे कि, उस वैबसाइट में ही पेमेंट गेटवे उपलब्ध हो जाता था। इस वेबसाइट पर अलग-अलग चार्ज के नाम पर लोगों से रुपए की मांग की जाती थी। ये आरोपी अपनी पहचान छुपाने के लिए बहुत से नंबरों का उपयोग करते थे।
सायबर क्राईम भोपाल की टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही कर प्राप्त साक्ष्यो एंव तकनीकी एनालिसिस के आधार पर नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधडी करने वाले कॉल सेंटर से नेपाल नागरिक सहित दो आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। अपराध में उपयोग किए गए 4 मोबाइल फोन और 2 लेपटॉप को जप्त किया गया है। एक आरोपी का नाम देवजीत दत्ता और दूसरे का नाम दिवाकर मिश्रा बताया गया है। ये दोनों ही कॉल सेंटर चलाया करते थे।
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