भोपाल, मध्यप्रदेश। बुधवार को कलेक्टर आशीष सिंह ने सूरज नगर और रातीबड़ के स्कूल का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान कलेक्टर ने स्कूल कार्य में लापरवाही और गुणवक्ता में कमी पाई। इसके चलते कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को 6 से अधिक शिक्षक और कर्मचारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया। अपने इस निरीक्षण पर कलेक्टर स्कूलों के छात्रों से भी मिले। कलेक्टर ने उनकी कक्षाओं में जाकर ये भी देखा की शिक्षक उन्हें कैसे पढ़ा रहें हैं।
कलेक्टर आशीष सिंह ने बुधवार सुबह स्कूलों का आकस्मिक निरीक्षण किया और लापरवाही पर 2 कर्मचारियों की निलंबित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की सेवा समाप्त और तीन प्राचार्य को शो कॉज नोटिस जारी कर 1 दिन का वेतन काटने के और वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश भी दिए हैं। कलेक्टर आशीष सिंह ने स्कूलों का निरीक्षण के दौरान पाया की स्कूलों में बच्चों की संख्या काफी कम थी और स्कूल परिसर में अन्य व्यवस्थाएं भी ठीक नहीं थी।
सूरज नगर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में निरीक्षण के दौरान पाया गया कि, विद्यालय में शिक्षा के अतिरिक्त अन्य कार्य भी किये जा रहे थे।इस पर संबंधित प्राचार्य वन्दना उपाध्याय को शो काज नोटिस जारी कर वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश दिए। इसके साथ ही संस्था में पदस्थ श्रीमती वर्षा का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए गए।
आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक 1074 में पाया गया कि यहां पर 80 बच्चे पंजीकृत है। वर्तमान में केवल 13 बच्चे ही उपस्थित थे उनका रिकार्ड भी नही रखा जा रहा था और इसका जवाब मांगने पर भी सही जवाब नही दिया गया जिससे संबंधी आगनवाड़ी कार्यकर्ता पुष्पा जाटव की सेवा समाप्ति करने के निर्देश भी महिला बाल विकास अधिकारी को दिए गए हैं।
कोटरा सुल्तानाबाद उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि 2 शिक्षक अवकाश पर हैं और 3 शिक्षक किसी अन्य कार्य पर गए हुए हैं। प्राचार्य रंजना सक्सेना भी बिना सूचना के अनुपस्थित रहे हैं इस पर 1 दिन का वेतन काटने और वेतन वृद्धि रोकने के लिए कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने के निर्देश दिए गए है। स्टाफ सूची में गणक राजेश शुक्ला भी बिना सूचना के अनुपस्थित थे। इनका भी एक दिन का वेतन काटने और असंचायी प्रभाव से वेतन वृद्धि रोकने के के निर्देश दिए हैं।
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रातीबड़ के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि शिक्षक हेमंत श्रीवास्तव 1 जुलाई से अनुपस्थित हैं और उनके द्वारा शैक्षणिक कार्य में मदद नहीं दी जाती है। विजय सिंह परिहार संस्था के कोई काम में सहयोग नहीं करते है। इस बात को संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर ने दोनों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करने के निर्देश दिए हैं।
एक अन्य चपरासी सच मोहन वर्मा द्वार भी विद्यालय में अशोभनीय वातावरण और असहयोग करते है। इनका भी 1 दिन का वेतन काटने के साथ ही वेतन वृद्धि रोकने के लिए भी कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने को कहा गया है। विद्यालय की प्राचार्य शशि सिंह के द्वारा प्रभावी नियंत्रण नहीं किए जाने के कारण इनको भी वेतन वृद्धि रोकने के लिए सूचना पत्र जारी करने को कहा गया ।
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