राज एक्सप्रेस। मध्यप्रदेश की राजधानी में हाल ही में हुए अतिथि शिक्षकों के पंडाल में नकाबपोशों द्वारा आगजनी के मामले ने तूल पकड़ लिया है जिसमें अब बीजेपी नेताओं द्वारा सरकार को घेरने की तैयारी की जा रही है। जिस पर फिलहाल पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने ट्वीटर के माध्यम से सरकार पर निशाना साधा और मामले पर उच्चस्तरीय जांच की मांग की।
अपनी मांगों को लेकर विरोध करना क्या अपराध है : पूर्व मुख्यमंत्री चौहान
इस मामले पर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीटर पर कहा कि, क्या शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगों को लेकर विरोध करना अपराध है? पहले तो अतिथि शिक्षकों की मांगे पूरी नहीं की जा रहीं और अब उन्हें ज़िंदा जलाने की साज़िश भी की जा रही है। साथ ही कहा- सरकार से मेरी मांग है कि, शिक्षकों की सुरक्षा के जल्द इंतजाम हों और दोषियों को पकड़कर कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।
अतिथि शिक्षकों की आवाज को दबाया जा रहा है- नेता प्रतिपक्ष भार्गव
वहीं इस मामले पर बीजेपी के नेता प्रतिपक्ष ने सरकार पर सवाल उठाते हुए ट्वीट करते हुए कहा कि, 35 दिनों से कड़ाके की ठंड में अपनी मांगो के पूरा होने की आस लगाए धरने पर बैठे अतिथि शिक्षकों के पंडाल में आग लगा दी गई, जिससे इनकी आवाज को दबाया जा सके। प्रदेश में जायज मांगो और हक के लिए लड़ना भी अब शायद अपराध है, मामले की उच्चस्तरीय जांच हो।
क्या है पूरा मामला :
बता दें कि, बीती रात करीबन 2 बजे शाहजहांनी पार्क में अतिथि शिक्षकों के पंडाल में कुछ अज्ञात नकाबपोशों ने पेट्रोल छिड़कर आग लगा दी थी जिससे पंडाल का एक हिस्सा जल गया। वहीं मामले में अतिथि शिक्षकों ने जिंदा जलाकर मारने की कोशिश का आरोप लगाकर कार्रवाई करने की मांग की थी। फिलहाल मामले पर पुलिस द्वारा जांच की जा रही है।
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