नगर निगम स्वास्थ्य कर्मचारी अजय श्रवण निलंबित Social Media
मध्य प्रदेश

भोपाल : नगर निगम स्वास्थ्य कर्मचारी अजय श्रवण रिश्वत मांगने के चलते निलंबित

मध्य प्रदेश के भोपाल के नगर निगम स्वास्थ्य कर्मचारी अजय श्रवण रिश्वतखोरी के मामले में पकड़े गए थे। इस मामले में उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया गया है।

Kavita Singh Rathore

भोपाल, मध्य प्रदेश। जहां देश में सबसे बड़ी समस्या कोरोना बनी हुई है। इसके चलते जहां कई लोगों की नौकरियां चली गई है वहीं, कई लोगों ने क्राइम का रास्ता भी चुनना शुरू कर दिया है, लोग अपने पद का गलत तरह से फायदा उठाकर रिश्वत लेने में भी संकोच नहीं कर रहे है। ऐसा ही एक मामला आज मध्य प्रदेश के भोपाल से भी सामने आया है। इस मामले के तहत भोपाल के नगर निगम स्वास्थ्य कर्मचारी अजय श्रवण रिश्वतखोरी के मामले में पकड़े गए थे। इस मामले में उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया गया है।

नगर निगम स्वास्थ्य अधिकारी निलंबित :

दरअसल, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की लोकायुक्त टीम द्वारा आज बड़ी कार्रवाई करते हुए नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी को रिश्वत लेते पकड़ा है। इस मामले में एक सहायक स्वास्थ्य अधिकारी ने प्रतिबंधित पॉलिथिन का धंधा करने की मौखिक अनुमति देने के बदले एक व्यापारी से रिश्वत मांगी और अपने अधीनस्थ के माध्यम से 10 हजार रुपए की रिश्वत लेने पर गिरफ्तार किया है। ख़बरों की मानें तो, एक बार उसने रिश्वत की राशि कम होने पर नकद राशि लौटा दी थी और कोडवर्ड में कहा था कि, "पांच लीटर फिनाइल से काम नहीं चलेगा, पूरे दस लीटर देना होगा।" इसके अलावा निलंबित किये गए भोपाल नगर निगम में सहायक स्वास्थ्य अधिकारी अजय श्रवण जोन नंबर पांच में पदस्थ हैं।

क्या है मामला ?

प्राप्त जानकारी के अनुसार, स्वास्थ्य अधिकारी अजय श्रवण सिंधी कॉलोनी के एक व्यापारी पंकज खूबचंदानी से मिले थे। अजय ने व्यपारी से कहा था कि, "अगर उन्हें पॉलिथिन का व्यापार करना है तो दस हजार रुपए हर महीने देना होंगे। नौ फरवरी में जब पंकज को पांच हजार रुपए की रिश्वत की राशि भेजी तो उसने लौटा दी थी। मोबाइल फोन पर अपने अधीनस्थ सतीश टांक के माध्यम से बात करते हुए पंकज को रिश्वत मांगने के लिए कोडवर्ड का इस्तेमाल किया। पंकज खूबचंदानी ने सहायक स्वास्थ्य अधिकारी अजय श्रवण द्वारा और श्री मांगने पर इस मामले की शिकायत लोकायुक्त पुलिस से की। इसके बाद फिर 10 फरवरी को उनसे बात हुई। गुरुवार की देर शाम को जब वे मुख्य रेलवे स्टेशन के पास सफाई करा रहे थे तो पंकज ने उनसे संपर्क किया। उन्होंने पंकज को वहीं बुला लिया। वहां , पुलिस की टीम पहले से योजना बना कर तैयार थी। जब वह वह रिश्वत ले रहे थे तब ही पुलिस ने उन्हें मौके से जाकर गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस को मिले सोने-चांदी के जेवरात :

इस मामले में लोकायुक्त पुलिस की टीम के निरीक्षक उमा कुशवाह ने अजय श्रवण ने दस हजार रुपए की राशि सतीश से जप्त कर ली है साथ ही अजय श्रवण के खिलाफ पीपुल्स मॉल के पीछे स्थित सुख सागर कॉलोनी में उनके घर पर कार्रवाई की गई। फ़िलहाल इस मामले में उन्हें निलंबित होने की खबर है। रिश्वत की राशि सतीश टांक से जप्त करने के बाद लोकायुक्त पुलिस की दूसरी टीम मनोज पटवा के नेतृत्व में सुख सागर स्थित अजय श्रवण के घर पहुंची। वहां सर्चिंग के दौरान सोने-चांदी के करीब दो लाख के जेवरात और 12 हजार रुपए की नकद राशि मिली। कुछ बीमा पॉलिसी के रिकॉर्ड भी मिले हैं। इसके अलावा एक बैंक लॉकर भी मिला है जिसकी जांच के लिए बैंक को लिखा गया है।

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