बरही, मध्यप्रदेश। बरही तहसील क्षेत्र सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में आईएचपी प्राइवेट कंपनी के ठेकेदारों की मनमर्जी चल रही है हर जगह मनचाहा अवैध खनन कर पाइपलाइन डाल रहे हैं, ऐसे में जहां सड़कों की धज्जियां उड़ रही हैं तो वहीं बड़े-बड़े गड्ढे खोदकर खुले छोड़ दिए गये हैं जिससे कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। आईएचपी ठेकेदार की मनमर्जी से शासन को लाखों करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है और प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है। जिससे आईएचपी के ठेकेदारों के हौसले बुलंद हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत देवगवां के ग्रामीणों ने तहसीलदार महोदय को लिखित शिकायती पत्र सौंपकर कार्यवाही की मांग की गई है।
नहीं भरे गढ्ढे तो निकाल देंगें पाईप :
ग्राम पंचायत देवगवां के ग्रामीणों ने अपनी लिखित शिकायत आवेदन में आईएचपी के ठेकेदारों के द्वारा निजी स्वामित्व की भूमि में बिना अनुमति के गढ्ढे खोदकर पाईपलाईन डालने व उसी स्थिति में छोड़ देने के कारण उक्त स्थानों में बड़े बड़े गढ्ढे होने से खेतों में बच्चों व बुजुर्गाें का आवागमन बाधित हो गया है तथा खेतों में ट्रेक्टर भी नहीं जा पा रहे जिससे की खेती किसानों की खेती भी प्रभावित हो रही है की शिकायत तहसीलदार महोदय मानपुर को प्रेषित की है तथा मांग की है कि यदि शीघ्र ही उक्त शिकायत पर कार्यवाही नहीं की गई तो खेतों में बिना अनुमति के डाली गई पाईप लाईन को निकाल फेंकेंगे जिसकी संपूर्ण जवाबदारी ठेकेदारों की होगी।
ठेकेदारों की मनमानी, सब जग जानी :
आईएचपी के ठेकेदारों की मनमानी ग्राम देवगवां में ही नहीं कंपनी के संपूर्ण कार्यक्षेत्र में व्याप्त है। कंपनी की दूषित कार्यप्रणाली के चलते ग्रामीणों में काफी रोष व्याप्त है फलस्वरुप कंपनी को भी काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है, ग्रामीणों के द्वारा जगह जगह पर पाइप लाइन को भारी नुकसान पहुंचाते हुये कंपनी के कार्य को भी प्रभावित किया जा रहा है। जिसके कारण कंपनी को जिस कार्य को फरवरी 2021 को पूर्ण किया जाना सुनिश्चित था वह अभी तक पूर्ण नहीं हो पाया है और ग्रामीणों को आगामी गर्मी में भी लगभग प्यासा रहना संभावित लग रहा है।
यहां कंपनी के पीएम पर दर्ज हो चुका है मामला :
जानकारी के अनुसार कंपनी की विवादित कार्यप्रणाली के चलते प्रोजेक्ट मैनेजर राकेश यादव के ऊपर बरही थाने में मामला भी दर्ज किया जा चुका है, सूत्रों की माने तो पूर्व में कंपनी के ठेकेदारों के द्वारा बरही नगर परिषद अंतर्गत पाईप लाइन डालने में भी कंपनी के द्वारा नियमों को अनदेखा करना, अपने अधिनस्थों से विवाद करना एवं सीएमआर कंपनी के द्वारा संपूर्ण नगर परिषद में नल जल योजना अंतर्गत बिछायी गई पाईप लाइन को नुकसान पहुचाया जाना आदि कारणों से कई बार कंपनी के कार्य भी प्रभावित हुये तथा अनुविभागीय अधिकारी के कोप भाजन का सामना भी कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर को करना पड़ा था।
इनका कहना है :
जानकारी लेकर उचित कार्यवाही हेतु निर्देशित किया जायेगा।दशरथ सिंह, नायब तहसीलदार, मानपुर
सुधारकार्य को प्राथमिकता देते हुये सभी कार्य गुणवत्ता केे साथ हो निर्देशित किया जायेगा।राकेश यादव, प्रबंधक, आई. एच. पी. कंपनी
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