ग्वालियर, मध्य प्रदेश। शहर में मरीजों से दलाली का खेल खूब चल रहा है। दलाली के ऑडियों और वीडियो भी जमकर वायरल हो रहे हैं। लेकिन प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के मुखिया चुप हैं। सोमवार को एक ऑडियो वायरल हुआ था। उसमें निजी हॉस्पिटल संचालक झांसी के चिकित्सक को मरीज भेजने पर 30 प्रतिशत कमीशन का खुला ऑफर देता है। लेकिन झांसी के चिकित्सक ने अपनी ईमानदारी का परिचय देते हुए निजी हॉस्पिटल की मैनेजर की क्लास ले डाली थी। इस मामले की जांच कराने की जगह प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग चुप बैठा हुआ है।
सोमवार को एक ऑडियो वायरल हुआ था। इसमें गोले का मंदिर, भिण्ड रोड स्थित बीएसएफ कॉलोनी के पास ऋषिश्वर हॉस्पिटल की रिस्पेशनिस्ट झांसी के चिकित्सक को अपने हॉस्पिटल की सुविधाओं से अवगत कराती है। इस पर पर चिकित्सक ने रिस्पेशनिस्ट से पूछा था कि इससे हमें क्या मतलब है? फिर रिस्पेशनिस्ट अपनी बात पर आ गई थी। उसने झांसी के चिकित्सक को बताया कि आप झांसी से मरीज रैफर करके हमारे पास भेजो। इसके बदले हम आपको 30 प्रतिशत कमीशन देंगे। यह सुन झांसी के चिकित्सक ने ऋषीश्वर हॉस्पिटल की रिस्पेशनिस्ट की क्लास ले डाली। इस पर वह फोन छोड़कर चली गई और हॉस्पिटल की मैनेजर डॉ.सपना को फोन दे गई। डॉ.सपना ने भी झांसी के चिकित्सक को कमीशन के झांसे में लेना चाहा। लेकिन पांसा उल्टा पड़ गया। झांसी के चिकित्सक ने डॉ.सपना की क्लास लेते हुए, उन्हें दलाली छोडऩे की नसीहत दे डाली। इस पर डॉ.सपना झांसी के चिकित्सक से सॉरी और थैंक्यू कहती हुईं सुनाई दीं थीं।
जब ऑडियो के संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.मनीष शर्मा से चर्चा की गर्ई थी। तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा था कि हॉस्पिटल की जांच की जाएगी। साथ ही कार्रवाई भी की जाएगी। लेकिन मंगलवार की देर रात्री तक सीएमएचओ ने कार्रवाई तो दूर की बात अस्पताल को नोटिस जारी कर जवाब तलब भी नहीं किया। इससे यह स्पष्ट होता है कि स्वास्थ्य विभाग के मुखिया कितनी शिद्धत के साथ कार्य कर रहे हैं। हालांकि प्रशासन को भी इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए। लेकिन स्वास्थ्य विभाग में हो रही दलाली को खत्म करने पर स्वास्थ्य विभाग रूचि दिखा रहा न प्रशासन।
आईएमए भी ऐसे हॉस्पिटलों के विरोध में :
निजी चिकित्सकों की सबसे बड़ी संस्था आईएमए मानी जाती है। आईएमए के ग्वालियर अध्यक्ष डॉ.प्रदीप राठौर ने बताया कि वह ऑडियो मैंने सुना है। यदि वह ऑडियो सही है तो आईएमए इसका कड़ा विरोध करता है और ऐसे डॉक्टरों के विरोध में खड़ा हुआ है। हम यह भी पता करेंगे की ऑडियो में जिन डॉक्टरों के नाम लिए जा रहे हैं वह आइएमए के सदस्य हैं या नहीं। यदि सदस्य नहीं हैं तो उन्होंने आइएमए की सदस्यता से दूर रखा जाएगा। यदि सदस्य हुए तो आइएमए की नेशनल बॉडी को अवगत कराया जाएगा।
इनका कहना है :
जो ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। उसे मैंने सुना है। लेकिन अभी हॉस्पिटल पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।डॉ.मनीष शर्मा, सीएमएचओ ग्वालियर
ऋषिश्वर हॉस्पिटल के प्रबंधन द्वारा झांसी के चिकित्सक को मरीज भेजने पर कमीशन देने की बात की जा रही है। यह मामला मेरे संज्ञान में आ गया है। इस मामले में कार्रवाई करने के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दे दिए हैं।कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, कलेक्टर ग्वालियर
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